जेई-एईएस रोगियों के उपचार में न करें लापरवाही : डा. अंगद सिंह
जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों आंगनबाड़ी केद्रों मदरसों समेत अनेक जगहों पर पढ़ने वालों छात्रों के स्वास्थ्य की जांच के लिए गठित आरबीएसके टीम के चिकित्सकों को शनिवार को प्रशिक्षित किया गया। इस दौरान टीम को जेईएईएस से संक्रमित रोगियों के उपचार मे कोई लापरवाही न की जाए। जिससे कि मरीज को किसी भी प्रकार की परेशानी हो।
संतकबीर नगर : जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों आंगनबाड़ी केद्रों मदरसों समेत अनेक जगहों पर पढ़ने वालों छात्रों के स्वास्थ्य की जांच के लिए गठित आरबीएसके टीम के चिकित्सकों को शनिवार को प्रशिक्षित किया गया। इस दौरान टीम को जेईएईएस से संक्रमित रोगियों के उपचार मे कोई लापरवाही न की जाए। जिससे कि मरीज को किसी भी प्रकार की परेशानी हो।
एसीएमओ डा. मोहन झा ने कहा कि जनपद के नौ ब्लाकों में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा के तहत 18 चिकित्सकों की तैनाती की गई है। जिसका प्रमुख उद्देश्य यह है कि स्कूलों आंगनबाड़ी केंद्रों, मदरसों के अलावा अन्य जगहों पर एक वर्ष से पंद्रह वर्ष तक पढ़ने वाले छात्रों के स्वास्थ्य की जांच अवश्य की जाए। ताकि उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हो सके। जनपद में जापानी इंसेफ्लाइटिस से बचने के लिए पीकू पीआईसीयू की स्थापना की गई है। जहां पर उक्त रोग से प्रभावित मरीजों का इलाज हो सकेगा। टीम को संचारी रोग नियंत्रण माह के तहत टीम को काम करना होगा। ताकि जनपद के किसी भी बच्चे में लक्षण दिखने पर उसका इलाज तुरंत हो सके। जिला मलेरिया अधिकारी डा. अंगद सिंह ने कहा कि हम लोगों को मिलकर काम करना होगा। जिससे कि जनपद को जापानी इंसेफ्लाइटिस से मुक्त किया जा सके। इस मौके पर डा. वीपी पांडेय, डा. मुबारक अली, डा. संतोष त्रिपाठी, डा. कमलेश, रचना पासवान, मनोज, वरुण, डा. निकहत समेत अनेक लोग मौजूद रहे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप