जिले के तीन अस्पतालों में भेजी गई कोरोना वैक्सीन
संतकबीर नगर जिले के तीन अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन भेज दी गई हैं। सीसीटीवी कैमरे से निगरानी कराई जा रही है। वैक्सीन की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 16 जनवरी को कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ होना है।
संतकबीर नगर: जिले के तीन अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन भेज दी गई हैं। सीसीटीवी कैमरे से निगरानी कराई जा रही है। वैक्सीन की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 16 जनवरी को कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ होना है।
जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैंसर बाजार व मेंहदावल में कोरोना वैक्सीन भेजी गई है। इन अस्पतालों के कोल्ड चेन में इसे सुरक्षित ढंग से रखा गया है। 16 जनवरी को लगभग 300 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। इसके बाद तिथि तय होगी। प्रथम चरण में 6376 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगना है। इस संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है। टीका लगने वाले दिन पुलिस तैनात की जाएगी । शासन स्तर से जिले में बुधवार शाम सात बजे 7750 डोज कोरोना वैक्सीन मिल गई थी। इसे जिला अस्पताल के कोल्ड चेन में रखा गया है।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी रूा. मोहन झा ने बताया कि कोरोना टीका लगाने के लिए पूर्वाभ्यास कर लिया गया है। 16 जनवरी को कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ होना है। तीन सरकारी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन भेज दी गई है।
अस्पताल तैयार, चिकित्सक का इंतजार
संतकबीर नगर: नाथनगर ब्लाक के रेवटा में दो वर्ष पहले ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। अभी तक यहां चिकित्सकों की तैनाती नहीं हो सकी है।
रेवटा में चार वर्ष पूर्व अस्पताल का निर्माण शुरू करवाया गया। इससे यहां के लोगों में बेहतर स्वस्थ्य सुविधाएं मिलने की उम्मीद जगी। भवन बनकर तैयार होने के बाद ही वहां अभी तक चिकित्सकों की तैनाती नहीं हो पाने से लोगों को निराश होना पड़ रहा है। निवर्तमान ग्राम प्रधान राजनाथ यादव का कहना है कि अस्पताल के भवन का कार्य दो वर्ष पहले ही पूरा हो गया। यहां डाक्टर नहीं भेजे गए। अस्पताल के भवन पर ताला लटका रहता है। ग्राम निवासी विजय गौड़ ने कहा कि चिकित्सक की तैनाती कर दी जाती तो इस क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव के निवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकती थी।
अपर मुख्य विकित्साधिकारी ने बताया कि नवनिर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डाक्टर की तैनाती के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है। जल्द ही इस अस्पताल को संचालित कराया जाएगा।