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दो वर्ष से नहीं मिला मानदेय

लोगों को बेहतर नेटवर्क की सुविधा देने के लिए बीएसएनएल द्वारा जनपद के विभिन्न स्थानों पर उपकेंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों को संचालित करने के लिए एक-एक संविदा कर्मियों की तैनाती है। दो वर्ष से संविदा टेलीफोन कर्मियों को मानदेय नहीं मिल सका है। कर्मियों का कहना है कि जिम्मेदारों की लापरवाही से उनके सामने परिवार के रोटी-रोजी का इंतजाम मुश्किल होने लगा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 10:54 PM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 12:19 AM (IST)
दो वर्ष से नहीं मिला मानदेय
दो वर्ष से नहीं मिला मानदेय

संतकबीर नगर : लोगों को बेहतर नेटवर्क की सुविधा देने के लिए बीएसएनएल द्वारा जनपद के विभिन्न स्थानों पर उपकेंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों को संचालित करने के लिए एक-एक संविदा कर्मियों की तैनाती है। दो वर्ष से संविदा टेलीफोन कर्मियों को मानदेय नहीं मिल सका है। कर्मियों का कहना है कि जिम्मेदारों की लापरवाही से उनके सामने परिवार के रोटी-रोजी का इंतजाम मुश्किल होने लगा है।

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जिले में भारत संचार निगम लिमिटेड(बीएसएनएल) के 25 उपकेंद्र संचालित हैं। दिन हो या रात, पूरे 24 घंटे इन कर्मियों द्वारा सेवा दी जाती है। लोहरैया, जिगिना,हैसर बाजार,धनघटा,उमरिया पांडेय, हासडाड़ी, पौली, महुली, हरिहरपुर, विश्वनाथपुर, नाथनगर, काली जगदीशपुर, कड़सर, कोदवट, नहराडीह,घोरखल,गोलाबाजार, मोतीनगर, मगहर, बघौली, पचपोखरी, चुरेब बाजार आदि में यह केंद्र बने हैं।

दो वर्ष से कर्मियों का मानदेय भुगतान नहीं हो पाने से सभी आर्थिक समस्या झेल रहे हैं।

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नहीं सुन रहे अधिकारी

टेलीफोन विभाग के संविदाकर्मी हरिश्चंद्र पाठक, हरिश्चंद्र यादव, ईश्वरचंद्र शुक्ल, अनिरुद्ध राय, विनोद, रमेश, मो. अशद, उमाशंकर, अश्विनी श्रीवास्तव, रामजतन, रामजतन चैरसिया, प्रभाकर प्रजापति, बब्लू, गोरख प्रसाद, कमलेश, धनंजय मिश्र, कल्लू और सुधीर आदि ने बताया कि मानदेय का भुगतान नहीं होने से वह लोग बदहाली झेल रहे हैं।

अधिकारियों को पत्र भेजकर भुगतान की मांग की गई परंतु नतीजा सिफर ही रहा। सभी ने कहा कि अगले माह तक भुगतान नहीं होने पर वह लोग आंदोलन की रूपरेखा बनाने को विवश होंगे।


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