पुस्तकालय भवन का निर्माण कार्य पांच वर्ष बाद भी अधूरा
68.75 लाख रुपये से बढ़कर खर्च की धनराशि 85.33 लाख रुपये हुई जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से हो रहा संचालन
जागरण संवाददाता, संतकबीर नगर : पांच वर्ष बाद भी जिला राजकीय पुस्तकालय भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। अस्थायी तौर पर इसे पिछले चार वर्षों से जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय (डीआइओएस) परिसर में संचालित किया जा रहा है। यहां न तो पर्याप्त संख्या में पुस्तकें हैं, न ही बैठकर पढ़ने की सुविधा। लोग यहां से मायूस होकर लौटने को मजबूर होते हैं।
वर्ष 2016 में जिला पुस्तकालय स्थापित करने की मंजूरी शासन से मिली थी। भवन निर्माण के लिए 68.75 लाख रुपये मिले थे। कार्यदायी संस्था यूपी सिडको ने कार्य आरंभ किया, परंतु यह निर्धारित समय में पूरा नहीं हो पाया। नया एस्टीमेट बना तो खर्च की धनराशि 85.33 लाख रुपये पहुंच गई है।
उपलब्ध हैं सिर्फ 949 पुस्तकें
डीआइओएस कार्यालय परिसर में संचालित किए जाने वाले राजकीय पुस्कालय में सिर्फ 949 पुस्तकें उपलब्ध हैं। यहां दिन में 10 बजे से चार बजे तक लोगों को आकर पढ़ने की सुविधा दिए जाने की बात कही जा रही है, लेकिन बैठने की व्यवस्था नहीं होने से वहां पहुंचने वालों की संख्या कम होती है। भवन में अभी भी एक तिहाई कार्य शेष है। पुस्तकालय भवन का निर्माण पूरा करवाने के लिए जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को पत्र भेजा है।
भवन न होने से हो रही दिक्कत
जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह ने कहा कि पुस्तकालय भवन न होने से दिक्कत हो रही है। कार्यदायी संस्था कार्य नहीं कर रही है। फिलहाल उनके कार्यालय के एक कमरे में पुस्तकालय संचालित है। जहां ख्याति प्राप्त लेखकों की पुस्तकों के साथ पत्रिकाएं उपलब्ध हैं।