मनरेगा घोटाले के दो आरोपितों को सीबीआइ ने जेल भेजा
सांथा ब्लाक के मनरेगा घोटाले में बेलहर ब्लाक के ग्राम पंचायत अधिकारी व पौली ब्लाक के वरिष्ठ सहायक को लखनऊ की सीबीआइ टीम ने गिरफ्तार कर लिया। यह लोग अग्रिम जमानत के लिए लखनऊ के सीबीआइ कोर्ट पहुंचे थे।
संत कबीरनगर: सांथा ब्लाक के मनरेगा घोटाले में बेलहर ब्लाक के ग्राम पंचायत अधिकारी व पौली ब्लाक के वरिष्ठ सहायक को लखनऊ की सीबीआइ टीम ने गिरफ्तार कर लिया। यह लोग अग्रिम जमानत के लिए लखनऊ के सीबीआइ कोर्ट पहुंचे थे। दोनों आरोपित को लखनऊ जेल भेज दिया गया है।
सांथा ब्लाक में वर्ष 2014-15 में करोड़ों रुपये के मनरेगा घोटाले की जांच में जिले के अधिकारियों और कर्मचारियों को सीबीआइ ने संलिप्त मानते हुए मामला दर्ज किया था। इसे लेकर सीबीआइ के इंस्पेक्टर योगेश सिंह देव के नेतृत्व में जांच चल रही थी। इसी क्रम में आरोपित सांथा ब्लाक में उस समय तैनात रहे ग्राम पंचायत अधिकारी जगलाल और लिपिक विजय कुमार श्रीवास्तव ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दिया था। कोर्ट ने दोनों को सीबीआइ की अदालत में हाजिर होने का निर्देश दिया था। यह दोनों एक सप्ताह पूर्व लखनऊ स्थित सीबीआइ कोर्ट में पहुंचे थे। यहां उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वर्तमान में विजय कुमार श्रीवास्तव पौली ब्लाक के वरिष्ठ लिपिक पद पर तैनात हैं तो जगलाल बेलहर ब्लाक में ग्राम पंचायत अधिकारी हैं।
यह है मामला
पूर्व कमिश्नर एवं मनरेगा के स्टेट लेवल मानीटर विनोद शंकर चौबे ने 2011 में सांथा ब्लाक में मनरेगा के 40 परियोजनाओं की जांच की। व्यापक पैमाने पर घपला मिला। उन्होंने इसे लेकर सीबीआइ जांच के लिए लिखा। सीबीआइ की जांच में भी खामियां मिलीं।
मामला अभी संज्ञान में नहीं
मनरेगा में भ्रष्टाचार के मामले में सीबाआइ की लखनऊ स्थित कोर्ट से जिले के दो कर्मचारियों की गिरफ्तारी का प्रकरण मेरे संज्ञान में नहीं है। इस संबंध में पता करा रहा हूं।
डीएम रवीश गुप्त सीबीआइ कर रही जांच
सांथा ब्लाक में मनरेगा घोटाले की जांच सीबाआइ कर रही है। जिले से कुछ लोग आरोपित हैं। पूर्व में भी इस मामले में कुछ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। फिलहाल जिले के दो कर्मचारियों के गिरफ्तार होने की सूचना है, लेकिन पुष्टि नहीं हो पा रही है।
डा. बब्बन उपाध्याय, मुख्य विकास अधिकारी