अधूरे पीएम आवास पर बीडीओ को चेतावनी
पिछले वित्तीय सत्र के 40 प्रधानमंत्री आवास अधूरे हैं। इसमें एक लाभार्थी की मृत्यु व इनके वारिश न होने से वहीं कोर्ट के स्थगनादेश से तीन आपसी विवाद से सात आवास पूरा होने में संकट है। जबकि खाता संख्या गलत होने से चार लाभार्थियों के खाते में किश्त की राशि नहीं पहुंची।
संतकबीर नगर: पिछले वित्तीय सत्र के 40 प्रधानमंत्री आवास अधूरे हैं। इसमें एक लाभार्थी की मृत्यु व इनके वारिश न होने से, वहीं कोर्ट के स्थगनादेश से तीन, आपसी विवाद से सात आवास पूरा होने में संकट है। जबकि खाता संख्या गलत होने से चार लाभार्थियों के खाते में किश्त की राशि नहीं पहुंची।
पिछले वित्तीय सत्र यानी 2018-19 में प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण)के तहत इस जिले को 3,834 आवास बनाने का लक्ष्य मिला था। इसमें से 3,794 आवास पूर्ण हुए लेकिन 40 अब तक नहीं। इसमें सर्वाधिक बेलहरकलां ब्लाक में 16 आवास अधूरे हैं, इस ब्लाक को 319 का लक्ष्य मिला था लेकिन इसमें से केवल 303 आवास ही बने। इसके पीछे वजह यह बताई जा रही है कि कोर्ट के स्थगनादेश के चलते तीन, आपसी विरोध के चलते पांच आवास बन नहीं पाए हैं, जबकि चार लाभार्थियों का खाता संख्या गलत होने से किश्त की राशि नहीं पहुंची। वहीं हैंसर बाजार ब्लाक में लक्ष्य 780 की तुलना में 768 बने, शेष 12 आवास अब तक अधूरे हैं। अधूरे आवास के दो लाभार्थियों से किश्त की राशि वापस ले-ली गई है लेकिन दस लाभार्थियों से नहीं। मेंहदावल ब्लाक में लक्ष्य 391 की तुलना में 387 बने, शेष चार आवास अब तक अधूरे हैं। अधूरे आवास के मामले में बताया गया है कि एक लाभार्थी की मृत्यु हो गई है, उसका कोई वारिश नहीं, इससे इनका आवास बनना मुश्किल है। वहीं एक अन्य लाभार्थी से किश्त की राशि वापस ले-ली गई है। वहीं दो अन्य लाभार्थियों का आपसी विवाद के चलते आवास नहीं बना है। वहीं बघौली में तीन, सांथा में दो, नाथनगर, सेमरियावां व पौली में एक-एक आवास अधूरे हैं।