Move to Jagran APP

आशा व आशा संगिनी को घोषित किया जाए सरकारी कर्मी

खलीलाबाद के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगातार दूसरे दिन गुरुवार को एक भी टीके नहीं थे। इसकी वजह से यहां से बिना टीका लगाए तमाम लोग निराश घर लौटे। अन्य अस्पतालों में कुल 5528 लोगों को टीका लगा। इसमें सबसे अधिक संख्या युवाओं की रही।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Sep 2021 11:13 PM (IST)Updated: Thu, 09 Sep 2021 11:13 PM (IST)
आशा व आशा संगिनी को घोषित किया जाए सरकारी कर्मी
आशा व आशा संगिनी को घोषित किया जाए सरकारी कर्मी

संतकबीर नगर: आशा संगिनी कर्मचारी संगठन की जिलाध्यक्ष की अगुवाई में आशा व आशा संगिनी कार्यकर्ता पैदल मार्च करते हुए गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचीं। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित आठ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन अपर एसडीएम नवीन चंद्र श्रीवास्तव को सौंपा।

loksabha election banner

आशा व आशा संगिनी कर्मचारी संगठन की जिलाध्यक्ष माया सिंह ने कहा कि राज्य या केंद्रीय कर्मी घोषित करते हुए आशा को 18 हजार रुपये और आशा संगिनी को न्यूनतम 24 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय भुगतान किया जाए। कहा कि आशा व आशा संगिनी को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लेते हुए ईपीएफ व ईएसआइ का लाभ दिया जाए। इनकी आकस्मिक मृत्यु या दुर्घटना होने पर पांच लाख मुआवजा व परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी दिया जाए। सेवानिवृत्ति लाभ के रूप में एकमुश्त पांच लाख रुपये दिया जाए। उम्र का बंधन हटाते हुए उच्च शिक्षित आशा व आशा संगिनी को मुफ्त प्रशिक्षण दिलाकर एएनएम के रिक्त पद पर पदोन्नत किया जाए। इन कर्मियों को एक साल में दो ड्रेस का भुगतान किया जाए। कोई भी राष्ट्रीय कार्यक्रम चलाए जाने पर एक दिन का मानदेय दिया जाए। इन्हीं आठ मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। विद्रावती, चित्रकला पाण्डेय, चंद्रकला, सुनीता, कौलवासी, मीरा चौधरी, विद्यावती, मालती, राधिका पाण्डेय, रीता, कंचन, शशिकला, कैलाशी, विद्यावती, बिदू, सुषमा, आशा देवी, उर्मिला, कालिदी, मंजू, बबीता, श्यामलता, कमलावती, लक्ष्मी, अंजली, रीना आदि कार्यकर्ता मौजूद रहीं।

दूसरे दिन भी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से निराश लौटे लोग

खलीलाबाद के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगातार दूसरे दिन गुरुवार को एक भी टीके नहीं थे। इसकी वजह से यहां से बिना टीका लगाए तमाम लोग निराश घर लौटे। अन्य अस्पतालों में कुल 5528 लोगों को टीका लगा। इसमें सबसे अधिक संख्या युवाओं की रही। टीका लगवाने के बाद इनके चेहरे पर मुस्कान दिखी।

स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने गुरुवार को 13 हजार 900 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा था। इसकी तुलना में सिर्फ 5528 लोगों को टीके लगे। इसमें सीएचसी खलीलाबाद में 485 , पीएचसी पौली में 230 , सीएचसी नाथनगर में 300 , सीएचसी सांथा में 652 , सीएचसी सेमरियावां में 390 , सीएचसी मेंहदावल में 1420, सीएचसी हैंसर बाजार में 1261 , पीएचसी बेलहरकलां में 200 , पीएचसी बघौली में 370 , जिला चिकित्सालय-वूमैन स्पेशल में 70 , जिला चिकित्सालय-अभिभावक स्पेशल में 120 , जिला चिकित्सालय व अन्य में 30 लोगों को टीके लगे। सर्वाधिक 3992 युवाओं को टीके लगे। वहीं 45 साल से ऊपर आयु के 1164 लोगों को टीके लगे। जबकि 60 साल से ऊपर आयु के 366 बुजुर्गों को टीका लगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एस रहमान ने कहा कि टीका न होने की वजह से शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर टीका नहीं लगाया जा सका।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.