जनपद के एक चौथाई विद्यालयों में नहीं है रसोईघर
संतकबीर नगर जनपद के 1247 परिषदीय विद्यालयों में 339 में अब तक रसोईघर नहीं बन सका है। इससे पठन-पाठन शुरू होने पर भोजन बनाने का संकट उत्पन्न हो सकता है।
संतकबीर नगर : जनपद के 1247 परिषदीय विद्यालयों में 339 में अब तक रसोईघर नहीं बन सका है। इससे पठन-पाठन शुरू होने पर भोजन बनाने का संकट उत्पन्न हो सकता है।
जिले के सेमरियावां ब्लाक में स्थित 141 विद्यालय में महज 68 में रसोई घर बने हैं। खलीलाबाद के 181 में 101, बघौली 146 में 118, बेलहर कला के 112 में 83,
हैंसर बाजार में 148 में 107, मेंहदावल के 116 में 79, नाथनगर के 201 में 180, पौली के 89 में 87, सांथा में 113 में 85 रसोई घर की व्यवस्था है। कायाकल्प योजना के मानक नहीं हुए पूरे
विद्यालय में आवश्यक सुविधाएं न पूरा होने से प्रदेश में जिला अंतिम पायदान पर रहा। कोई भी विद्यालय निर्धारित मानक पर पास नहीं हुआ था। बाद में शासन से व्यवस्था दुरुस्त करने का समय मिला, उसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। हालत यह है कि अभी भी 368 विद्यालयों में विद्युतीकरण नहीं हो सका है। साठ फीसद विद्यालय में टाइल्स व फर्श की सुविधा नहीं है। 147 विद्यालयों में श्यामपट, 58 फीसद 764 विद्यालयों के शौचालय में नल जल की आपूर्ति नहीं है। बालकों के 310 व बालिकाओं के 291 शौचालय बदहाल हैं।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर विद्यालयों में बच्चों के लिए मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। आपरेशन कायाकल्प के तहत 14 बिदुओं वाले कार्यों को पूरा कराने का निर्देश है। खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से नियमित समीक्षा की जा रही है। सभी विद्यालयों में कार्य पूरा कराकर सूचना प्ररेणा एप पर अपलोड की जाएगी।
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