Move to Jagran APP

बोर्ड परीक्षा में 88 आपत्तियां, 39 विद्यालय मांग रहे केंद्र

हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के प्रस्तावित केंद्रों में शिकायतों की भरमार

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 05:54 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 05:54 PM (IST)
बोर्ड परीक्षा में 88 आपत्तियां, 39 विद्यालय मांग रहे केंद्र
बोर्ड परीक्षा में 88 आपत्तियां, 39 विद्यालय मांग रहे केंद्र

संतकबीर नगर : माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के लिए जनपद में 91 केंद्र प्रस्तावित है। जिले के 280 विद्यालयों के 53064 परीक्षार्थियों की परीक्षा कराने के लिए मंथन चल रहा है। नौ जनवरी को परीक्षा केंद्रों की सूची जारी करके आनलाइन प्रत्यावेदन लिया गया है। 88 आपत्तियां आईं हैं जिनमें तीन जनप्रतिनिधियों की हैं। इसमें 39 प्रधानाचार्य आपत्तियां दर्ज कराकर विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाने की मांग कर रहे हैं।

loksabha election banner

आपत्तियां व प्रत्यावेदन लेने के बाद निस्तारण की प्रक्रिया जनपद स्तर पर की जा रही है। बालक व बालिकाओं की परीक्षा केंद्र निर्धारित दूरी से अधिक दूर भेजने की शिकायतें अधिक हैं। विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने परीक्षार्थियों की संख्या का हवाला देते हुए बालिकाओं का केंद्र आठ से 12 किमी दूर तो बालकों को नौ से 18 किमी दूर भेजने पर आपत्ति जताई है। अधिकतर लोगों ने नजदीक के विद्यालय पर परीक्षा कराने की मांग की। वहीं, कई लोग विद्यालय में उपलब्ध सुविधा का हवाला देकर परीक्षा केंद्र मांग रहे हैं। स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाने के लिए सांसद प्रवीण निषाद और राज्यसभा सांसद सकलदीप राजभर ने भी पत्र लिखा है। प्रवीण ने एक विद्यालय और सकलदीप ने दो विद्यालयों की पैरवी की है। कुछ विद्यालयों के प्रधानाचार्य इस बात की भी शिकायत दर्ज कराएं हैं कि उनके विद्यालय में व्यवस्था से अधिक परीक्षार्थियों का आवंटन कर दिया गया है। कुछ ऐसे भी प्रधानाचार्य हैं जिनका विद्यालय केंद्र नहीं बना है तो वह केंद्र बने कई विद्यालयों में मानक पूरा न होने का आरोप लगा रहे हैं। यह है केंद्र बनने का मानक

केंद्र बनने वाले विद्यालय में कोविड गाइड लाइन के अनुसार छात्र-छात्राओं के बैठने की सुविधा होनी जरूरी है। प्रबंधक व प्रधानाचार्य के बीच किसी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही विद्यालयों के कक्ष की संख्या व उनकी साइज, विद्यालय में फर्नीचर की व्यवस्था, विद्यालय के आसपास हाईटेंशन तार, विद्यालय में स्ट्रांग रूम, चारों तरफ सुरक्षित चहारदीवारी, विद्यालय के मुख्य द्वार पर लोहे का गेट, अग्निशमन यंत्र, विद्यालय पर जाने के लिए 10 फीट की चौड़ाई वाली सड़क होना जरूरी है। विद्यालय दो खंडों में होना भी मानक में तय है। इसके अलावा पेयजल, शौचालय, विद्यालय में दो कंप्यूटर आपरेटर, सीसीटीवी एवं वायस रिकार्डर युक्त कक्ष, सीसीटीवी व 30 दिन तक रिकार्डिंग रखने की डीवीआर की क्षमता, विद्यालय में हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन, विद्यालय में बायोमैट्रिक उपस्थिति दर्ज करने के लिए मशीन हर हाल में जरूरी है। बोर्ड परीक्षा के लिए आपत्तियों का निस्तारण करके अंतिम सूची तय की जाएगी। हर हाल में परीक्षार्थियों की समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। जिन विद्यालयों में मानक पूरा नहीं रहेगा। वहां परीक्षा नहीं कराई जाएगी। इसके साथ ही जो विद्यालय मानक पर खरे उतरेंगे उन्हें केंद्र बनाया जाएगा।

गिरीश कुमार सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.