सम्भल में हर महीने हो रही 50 करोड़ की बिजली चोरी
जेएनएन सम्भल बिजली न हो तो जीवन जीना कितना कठिन हो जाएगा यह सभी को पता है लेकिन ईमानदा
जेएनएन, सम्भल : बिजली न हो तो जीवन जीना कितना कठिन हो जाएगा यह सभी को पता है, लेकिन ईमानदारी से विभाग को बिल देकर बिजली का इस्तेमाल कर रहे उपभोक्ताओं के लिए मुफ्तखोर परेशान करने पर लगे हुए है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा बिजली चोरी करने वाले सम्भल के लोग हर माह विभाग को 50 करोड़ रुपये का चूना लगा रहे हैं। इसमें अकेले सम्भल क्षेत्र में 23 करोड़ रुपये की बिजली चोरी होती है। सम्भल शहर में जितने आवास है उससे अधिक कनेक्शन है, लेकिन आवास की संख्या अधिकारियों के पास वह है जो नगर पालिका में पंजीकृत है, लेकिन बिजली चोरी कनेक्शन धारक भी कटिया डालकर करते है जिससे उनका बिल कम आए।
सम्भल जिले में बिजली चोरी रोकने के लिए समय-समय पर चेकिग अभियान चलाकर चोरी करने वालों को पकड़ा जा रहा है। चोरी रोकने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एमडी को जिले का नोडल अधिकारी भी बनाया गया है, लेकिन इसके बाद भी इसपर लगाम नहीं लग सकी। हालत यह है कि जिले में इतने का बिल नहीं वसूल पा रहे है उससे ज्यादा रुपये की बिजली चोरी हो रही है। सम्भल डिवीजन से अप्रैल में विभाग ने लोगों को 38 करोड़ की बिजली दी। इसमें ईमानदारी से बिजली जलाने वालों ने 15 करोड़ रुपये की बिजली का इस्तेमाल किया और 23 करोड़ रुपये की बिजली चोरी की गई। वही चन्दौसी क्षेत्र में 15 करोड़ की बिजली चोरी हुई तो बबराला में भी 12 करोड़ रुपये की चोरी हुई। ऐसे में अप्रैल में ही जिलेभर में 50 करोड़ रुपये की चोरी की गई। अगर सभी ईमानदारी से बिजली का उपयोग करे तो विभाग को होने वाला घाटा कम हो जाएगा लोगों को भरपूर बिजली मिलनी शुरू हो जाएगी। ईमानदार उपभोक्ताओं पर पड़ रहा बोझ
प्रदेश के कुछ जिलों में बहुत बिजली चोरी होती है। इसमें सम्भल और रामपुर जनपद का नाम सबसे आगे है, लेकिन बिजली चोरी होने का बोझ ईमानदार उपभोक्ताओं पर पड़ रहा है। क्योंकि विभाग को घाटे कम करने के लिए रेट बढ़ाने पड़ते है और जो बिजली चोरी कर रहे हैं उन पर कुछ असर नहीं पड़ता और जो ईमानदारी से बिल देते है उन पर बढ़ते हुए दामों का बोझ पड़ता है।
शहर के पांच बिजली उपकेंद्रों पर ज्यादा चोरी
वैसे तो सम्भल जिले के हर बिजली उपकेंद्र से चोरी होती है लेकिन सबसे ज्यादा सम्भल शहर के पांच बिजली उपकेंद्र पर चोरी होती है। इसमें हयातनगर, रायसत्ती, रुकनुद्दीन सराय, चौधरी सराय समेत पांच बिजली उपकेंद्रों में हर दूसरा व्यक्ति बिजली चोरी कर रहा है। यहां पर लगभग 60 प्रतिशत बिजली चोरी होती है।
शहर में 33 हजार घर, कनेक्शन 43 हजार
अगर देखा जाए तो शहर में जितने घर है उससे ज्यादा बिजली कनेक्शन है, लेकिन अधिकारियों के पास शहर के आवासों का वह आंकड़ा है जो नगर पालिका में पंजीकृृत है, लेकिन ऐसे तमाम घर है जिसमें एक घर में कई-कई परिवार रह रहे हैं। इसके अलावा ऐसे भी तमाम घर है जो नगर पालिका में पंजीकृत ही नहीं है। सम्भल में बहुत बिजली चोरी होती है। लगातार चेकिग की जा रही है। बिजली चोरी करते समय लोगों को पकड़ा भी जा रहा है। लोगों से संवाद भी किया जा रहा है। अप्रैल में सम्भल क्षेत्र में 23 करोड़ रुपये की बिजली चोरी हुई है जबकि पूरे जिले में लगभग 50 करोड़ बिजली चोरी हुई है। लोगों को बिजली विभाग का सहयोग करना चाहिए।
विजय यादव, अधिशासी अभियंता सम्भल