गुन्नौर कोतवाली में तैनात कांस्टेबल दो माह से लापता, स्वजन ने दर्ज कराई गुमशुदगी
जेएनएनसम्भल साथी पुलिस कर्मी दो माह से लापता है और न गुन्नौर पुलिस को इसकी चिता हुई न ही
जेएनएन,सम्भल : साथी पुलिस कर्मी दो माह से लापता है और न गुन्नौर पुलिस को इसकी चिता हुई न ही साथी सिपाहियों को। दो माह तक बात न होने पर जब स्वजन कांस्टेबल बेटे की तलाश में गुन्नौर में पहुंचे तो यहां वहीं नहीं मिले। अब गुमशुदगी दर्ज हुई है। अब यह भी पता चला है कि कांस्टेबल का रुझान आध्यात्म व शांति की ओर ज्यादा रहा है। पहले भी माउंट आबू में इसी रम जा चुके हैं। हालांकि यह प्रकरण गंभीर है और साथी पुलिस कर्मी की तलाश में अब पूरी टीम जुट चुकी है। वह कहां है, इसके लिए पुलिस उनकी काल डिटेल के जरिये तलाश में जुटी है।
शामली जिले में थाना झिझाना क्षेत्र के गांव आमवाली निवासी शक्ति सिंह (24) पुत्र नरेश कुमार सम्भल जिले के गुन्नौर कोतवाली में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। स्वजन ने बताया कि काफी दिनों से शक्ति सिंह से संपर्क नहीं हो पा रहा था। इस पर सोमवार देर रात को उनके तहेरे भाई दीपक थाने पहुंचो। भाई शक्ति सिंह के थाना परिसर में स्थित कमरे में देखा तो वह वहां पर नहीं थे। इस पर उसने वहां अन्य लोगों से जानकारी की तो पता चला कि वह आठ मार्च से बिना किसी को सूचना दिए गायब हैं। इसके बारे में किसी को कुछ नहीं बताया है। इसी बीच जानकारी करने पर पता चला कि उपकी बाइक थाना परिसर में खड़ी थी। दीपक ने भाई शक्ति सिंह के गायब होने पर उसकी गुमशुदगी की तहरीर पुलिस को दी है। अध्यात्म की ओर था झुकाव
गुन्नौर : दीपक ने बताया कि शक्ति का मन आध्यात्मिक योग की तरफ आकर्षित था। पुलिस की नौकरी लगने से पहले वह अपने सभी स्वजन की इच्छा से राजस्थान के माउंट आबू चले जाते थे। जहां वह आश्रम में रहते थे। इतना ही नहीं एक बार हरिद्वार में आयोजित योग शिविर में भी कई बार गए। अविवाहित हैं शक्ति
गुन्नौर : शक्ति सिंह अभी अविवाहित हैं। उनके बड़े भाई अवधेश रेलवे में नौकरी करते हैं और वह लुधियाना के किलोर रेलवे स्टेशन पर तैनात हैं। वही शक्ति सिंह के गायब होने की जानकारी दीपक ने स्वजन को दे दी, जिसके बाद वह भी उसकी तलाश में जुट गए हैं। गुन्नौर कोतवाली में तैनात कांस्टेबल शक्ति सिंह आठ मार्च से बिना किसी को कोई सूचना दिए ही कहीं चले गए। भाई की तहरीर पर गुमशुदगी दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। मैंने अभी जल्द ही ज्वाइन किया है। इनकी जानकारी मुझे हुई तो मैने सूचना भी उनके स्वजन को दिला दी थी। वह भी लगातार फोन के जरिए सम्पर्क के प्रयास में जुटे थे।
वीरेंद्र पाल सिंह पूनिया, प्रभारी निरीक्षक, गुन्नौर