देव जागे तो गूंज उठी शहनाई
चन्दौसी शहर में देव उत्थान एकादशी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। घरों म
जागरण संवाददाता, चन्दौसी: शहर में देव उत्थान एकादशी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। घरों में पूजा-अर्चना के साथ विधि विधान से देवों की पूजा की गई। इस दिन भगवान विष्णु अपनी चिर निद्रा से उठ गए। देव जागे तो हर तरह शहनाई गूंज उठी। बुधवार को सभी धर्मशालाओं के साथ शहर में पड़े खाली मैदान विशेष प्रकार की रंगबिरंगी झालरों से सजे नजर आए। फूलवालों, डेकोरेटर्स को दिन भर फुर्सत नहीं मिली। देर रात तक शहर में बैंडबाजों शहनाई गूंजती रही। घोड़ी पर बैठे दूल्हे के आगे बाराती नाचते हुए नजर आए। युवाओं ने भी डीजे पर डांस किया। ब्यूटी पार्लर भी दुल्हनों के लिए बुक रहे।
लोगों ने घरों में देव उत्थान एकादशी श्रद्धाभाव से मनाई। घरों में दीपक जलाकर भगवान विष्णु की पूजा की गई। महिलाओं ने दीवारों पर भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की तस्वीरें बनाकर भजन गाए। बताते हैं कि जिनकी युवक-युवतियों की शादी में रुकावट आती है तो इस दिन पूजा करने से यह समस्या दूर हो जाती है। देव उत्थान एकादशी के चलते इस दिन वह शादियां होती है। जिनकी कोई तारीख नहीं निकली उनके लिए देव उत्थान एकादशी का दिन शुभ माना गया है। इसी के चलते बुधवार को देव उत्थान एकादशी के चलते नगर में कोई छोटी बडी धर्मशाला खाली मैदान नहीं बचे जिन पर शादी का पंडाल नजर न आया हो। पूरी रात नगर बैंड बाजों व शहनाई की आवाज से गूंजता रहा, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते शादी का माहौल बदला हुआ नजर आया। विवाह समारोह में पंडाल तो पूर्व वर्षो की भांति ही सजे हुए थे लेकिन पंडालों में भीड़ नजर नहीं आ रही थी। विवाह स्थल गेट पर ही आने वाले लोगों के हाथों को सैनिटाइज कराया जा रहा था। पंडाल के अंदर भी लोग शारीरिक दूरी के साथ सरकार की गाइड लाइन का पालन करते हुए नजर आए। इनसेट:
विधिविधान से हुई पूजा अर्चना खूब बिका गन्ना
चन्दौसी: देव उत्थान एकादशी का पर्व नगर में धूमधाम के साथ मनाया गया। सुबह से ही शहर के प्रमुख चौराहों व बाजारों में गन्ने का बाजार लग गया था। काफी संख्या में लोग बाजारों में गन्ना आदि पूजा की सामग्री की खरीदारी करते हुए नजर आए। महिलाओं ने स्नान करने के बाद व्रत रखा और पूर्ण विधिविधान से गन्ना, मूली, सिघाड़ा व अन्य से पूजा अर्चना करके घर में सुख शांति के लिए प्रार्थना की।