खेतों में खड़ी गन्ने की फसल, बंद हो गई दो मिलें
असमोली शुगर मिल पर हो रही केवल गन्ने की पेराई किसानों का करोड़ों का बकाया ।
सम्भल: जिले में संचालित तीन में से दो शुगर मिलें बन्द हो चुकी है। समस्या से जूझ रहे किसानों के सामने खेतों में खड़ा गन्ना मुसीबत बनने लगा है। चीनी मिलों में पेराई बंद होने से अब किसान गन्ने को बेचने के लिए कोल्हू का रूख कर रहे है। औने पौने दामों पर गन्ने को बेचने के लिए मजबूर है। वीनस शुगर मिल मझावली व डीसीएम शुगर मिल रजपुरा ने कई दिन पहले पेराई बंद कर दी है। ऐसे में किसानों का कहना है कि क्षेत्र में अब भी कई जगह गन्ने की फसल खड़ी हुई है। मिल बन्द होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खेतों में कई बीघे गन्ने की फसल अभी भी खड़ी हुई है।
जिले में तीन शुगर मिल संचालित है। जिनमें असमोली शुगर मिल, रजपुरा शुगर मिल व वीनस शुगर मिल मझावली है। जिले में इस बार गन्ने का रकबा बढ़ा है। 55 हजार हेक्टयेर में गन्ने की फसल की गई। गन्ने की बंपर पैदावार के बावजूद किसानों के चेहरे अब मुरझा गए हैं। क्योंकि इन तीनों मिलों में वीनस शुगर मिल मझावली व रजपुरा शुगर मिल ने पेराई बन्द कर दी है। चीनी मिल के तौल केंद्रों पर ही गन्ना खरीदा जा रहा है। केवल असमोली शुगर मिल पर ही गन्ने की खरीद की जा रही है। ऐसे में मझावली व रजपुरा शुगर मिल के क्षेत्रों में गन्ने की तोलाई के लिए पहुंचने वाले किसानों को मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है क्योंकि कई किसानों के खेतों में अभी भी कई बीघे गन्ने की फसल खड़ी हुई है। किसान गन्ने की कटाई करने में लगे है। ऐसे में किसानों के पास कोल्हू के पास गन्ना डालने का विकल्प है, लेकिन यहां पर गन्ने का भाव दो सौ रुपये कुंतल के आसपास ही दिया जा रहा है। जाहिर है किसानों को आर्थिक तौर पर नुकसान उठाना पड़ रहा है। कोल्हू संचालकों का कहना है कि अगर वह इससे ज्यादा भाव पर गन्ना खरीदेंगे तो उन्हें भी नुकसान उठाना पड़ेगा। यही वजह है कि कम भाव पर गन्ना खरीदा जा रहा है। सम्भल की तीनों मिलों पर किसानों का 161 करोड़ 10 लाख बकाया
सम्भल: जिले में संचालित गन्ना मिलों पर भले ही पेराई होनी बंद हो गई लेकिन इन मिलों पर किसानों का करोड़ों रूपये बकाया है। ऐसे में किसान परेशान है। जिला गन्ना अधिकारी कुलदीप सिंह ने बताया कि असमोली शुगर मिल पर पिछले 14 दिनों का 49 करोड़ व वीनस शुगर मिल मझावली पर 59 करोड़ 55 लाख तथा रजपुरा शुगर मिल पर 52 करोड़ 51 लाख रुपया बकाया है। हालांकि पेराई सत्र समाप्त होने के बाद भी किसानों को भुगतान नहीं मिल सका। ऐसे में किसानों को मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है। उनका कहना है कि मिलों ने गन्ने की खरीद भी बन्द कर दी और भुगतान भी समय पर नहीं मिल पा रहा है।
रजपुरा व मझावली मिल क्षेत्र में गन्ने की पेराई पूरी हो चुकी है। दोनों मिलें बन्द हो गई है। जिन खेतों में गन्ने की फसल खड़ी है, उन किसानों ने बीज के लिए गन्ने को रोक रखा है। भुगतान की समस्या का समाधान हो रहा है। कुलदीप कुमार, जिला गन्ना अधिकारी