दिन में पढाई, रात में पोस्टर चिपका रहे युवा
सरायतरीन छात्र छात्राएं सम्भल में विश्वविद्यालय बनाने की मांग कर रहे है। अफसरों संग जनप्रतिनिि
सरायतरीन: छात्र छात्राएं सम्भल में विश्वविद्यालय बनाने की मांग कर रहे है। अफसरों संग जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका है। स्टूडेंट इस्लामिक आर्गेनाइजेशन आफ इंडिया ने जन प्रतिनिधियों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है। दिन में वह पढ़ाई कर रहे हैं रात में पोस्टर लगाकर विश्व विद्यालय की मांग के लिए पोस्टर चिपका रहे हैं। स्टूडेंट ऑफ इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन की ओर से विश्वविद्यालय कर मांग को नया रूप दिया है। इस मांग के दौरान संगठन से जुड़े छात्र पढ़ाई के साथ साथ आंदोलन को गति दे रहे है। वह दिन में अपनी पढ़ाई कर रहे है तो दूसरी ओर इन सर्द रातों में शहर में जगह-जगह सड़क किनारे दीवारों पर पोस्टर लगा रहे है, जिसमें विश्वविद्यालय को छात्र छात्राओं की मांग बताते हुए सम्भल में विश्वविद्यालय स्थापित कराने की मांग की गई है। संगठन की ओर से राज्यपाल व शिक्षा मंत्री को एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन भी भिजवाया जा चुका है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी सम्भल में विश्वविद्यालय का मुद्दा काफी गर्म रहा था। एसआइओ के कार्यकर्ता सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क से भी मिले थे और उनके सामने अपनी मांग रखी थी, जिस पर उन्होंने इसके निर्माण में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया था। अब अपनी मांगों को लेकर छात्रों ने दिन में पढ़ाई तो रात को पोस्टर लगाने को काम शुरू कर दिया है, जिससे शहर के लोगों के साथ ही अन्य छात्र छात्राएं, अभिभावक, अधिकारी, जनप्रतिनिधि व सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय की मांग को लेकर उनका साथ दें।
--------- शहर में विश्वविद्यालय बनाने की मांग कर रही है। जब तक विश्वविद्यालय नहीं बन जाता वह संघर्ष करते रहेंगे। क्योंकि शिक्षा का स्तर सुधरने से ही क्षेत्र का विकास हो सकेगा।
फुरकान साहिल। ... शहर के शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ेपन को दूर करने के लिए उच्च स्तरीय कॉलेज की दरकार है। हम लोग जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को विश्वविद्यालय की मांग को लेकर ज्ञापन समय-समय पर देते रहे हैं।
जाहिद बिन सादिक क्षेत्र में पिछड़ेपन को दूर करने के लिए विश्वविद्यालय बनाए जाने की मांग काफी पुरानी है। अब जनप्रतिनिधियों को जागरूक करने के लिए शहर में जगह-जगह विश्वविद्यालय की मांग के पोस्टर लगाए जा रहे हैं। फरहान सैफी शहर में कोई भी उच्च स्तरीय कॉलेज नहीं होने की वजह से छात्र-छात्राओं को दूसरे शहरों में जाना पड़ता है, इससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। शहर में विश्वविद्यालय होगा तो पिछड़ेपन को दूर किया जा सकता है। फहाद नोमानी