देवोत्थान एकादशी से गूंजेगी शहनाई, रिसोर्ट व मैरिज हाल फुल
जनपद में चल रही कोरोना से जंग के बीच जिन्दगी अब रफ्तार पकड़ने लगी है।
जेएनएन, सम्भल। जनपद में चल रही कोरोना से जंग के बीच जिन्दगी अब रफ्तार पकड़ने लगी है। लंबे समय से थमे शादी विवाह समारोह के अलावा शुभ कार्यों का सिलसिला शुरू हो चुका है। देवोत्थान एकादशी यानि 25 नवंबर का दिन खास होगा। सबसे बड़े सहालग के चलते जिले भर में उत्साह है। क्योंकि इस दिन सबसे अधिक शादियां जो होनी हैं।
शासन प्रशासन द्वारा जारी की गई गाइड लाइन का पालन करते हुए हर तरफ शहनाई गूंजेगी। बधाई गीत और जश्न के नजारों के साथ शारीरिक दूरी, मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग भी जरूरी होगा, इसके लिए अभी से व्यवस्थाएं की जा रही हैं। धर्मशाला, मैरिज हाल, रिसोर्ट, निजी स्कूल परिसर बुक हो चुके हैं। नगर में चार ऐसे रिसोर्ट व तीन होटल हैं, जिनमें शादी समारोह का आयोजन होता रहा है। इनमें शादी समारोह की तैयारियां नियमों के तहत की जा रही हैं। कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन की ओर से जारी की गई गाइड लाइन के पालन की शर्ते जरूर टेंशन का कारण बनी हुई है। रात 10 बजे तक ही कार्यक्रम की अनुमति होगी। मेहमानों की संख्या केवल दो सौ होगी, जिसकी सूची होटल, मैरिज होम प्रबंधक से जुड़े लोग, बुंकिग कराने वालों से मांग रहे हैं। वहीं खुली जगह में मेहमानों की संख्या पर प्रतिबंध नहीं होगा। वहीं दूसरी तरफ मेहमानों की संख्या और रात 10 बजे तक कार्यक्रम की अनुमति की शर्त का पालन करने के लिए आयोजक उपाय तलाश रहे हैं। कुछ परिवारों ने सात फेरे व शादी की अन्य रस्म दिन में ही पूरी करने की तैयारी की है। रिग सैरेमनी से लेकर मेंहदी की रस्म, लग्न-सगाई, महिला संगीत, रिसेप्शन में अलग-अलग मेहमान चयनित किए जा रहे हैं। वर्जन -
- गाइड लाइन के हिसाब से वैवाहिक आयोजनों की तैयारी कर रहे हैं। एक आयोजन में दो सौ मेहमानों से ज्यादा एकत्रित नहीं होंगे। इनकी सूची भी मांगी गई है। सैनिटाइजर व मास्क की अनिवार्यता होगी। - वीरेंद्र कुमार, डीआर रिसोर्ट, बहजोई