मनाया देवोत्थान एकादशी का पर्व
देव उत्थान की पूजा अर्चना को लेकर घरों में सुबह से ही महिलाओं के पुरुषों को घर की सा सफाइ करने में जुटे थे। पूजा में गन्ना काम आने के कारण नगर के मैन चौराहों पर बिकने के लिए भोर से गन्ने के ठेर लग गए। सुबह से ही लोगों को गन्ना खरीदकर ले जाते देखा गया। शाम को घरों में गन्ने को आंगन के बीचोंबीच गोल घेरे में लगाकर उसके नीचे ठाकुरजी को बैठाकर उनकी पूजा-अर्चना की। महिलाएं ने सभी पारंपरिक रस्मों को निभाकर तुलसी-शालिग्राम के विवाह किया।
चन्दौसी : नगर व ग्रामीण क्षेत्र में देव उत्थान एकादशी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। घरों में लोगों ने गन्ने की पूजा अर्चना के साथ ठाकुर जी भी पूजा अर्चना की। वहीं महिलाओं ने घरों में तुलसी-शालिग्राम का ब्याह रचाया और पूजा-अर्चना की। नगर के चौराहों पर बिकने के लिए भोर से गन्ने के ठेर लग गए। सुबह से ही लोगों को पूजा के लिए गन्ना खरीदकर ले जाते देखा गया। शाम को घरों में गन्ने को आंगन के बीचोंबीच गोल घेरे में लगाकर उसके नीचे ठाकुरजी को बैठाकर उनकी पूजा-अर्चना की। महिलाएं ने सभी पारंपरिक रस्मों को निभाकर तुलसी-शालिग्राम का विवाह किया।