मलुआ के घेर गांव जल्द होगा बिजली से रोशन
तो वहां के लोगों को उम्मीद जग गई कि अब तो शायद हमारे गांव में बिजली आ जाएगी और हम बिजली की रोशनी में अपने काम कर सकेंगे। मलुआ के घेर नामक यह है बस्ती लगभग 200 वर्ष पूर्व तहसील के गांव शेरपुर से अलग हुई थी। यह बस्ती 12 सौ की आबादी की बस्ती है और सरकारी सुविधाओं से हाईटेक युग में भी वंचित है। यहां कोई भी सरकारी सुविधा नहीं है बिजली, शौचालय यहां तक कि यहां पर आज तक टीकाकरण भी नहीं हुआ था।
सौंधन :आजादी के बाद से बिजली की राह ताक रहे गुन्नौर तहसील के मलुआ के घेर गांव के ग्रामीणों को अब उम्मीद की किरण दिखाई देने लगी है। जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद बिजली विभाग हरकत में आ गया है और उसने बिजली के पोल गांव में पहुंचाने प्रारंभ कर दिए हैं। 12 जनवरी के अंक में जागरण ने एक गांव ऐसा जहां शौचालय ना बिजली, हाईटेक युग में भी पीछे शीर्षक से खबर को प्रकाशित किया था। जिसके प्रकाशित होने के बाद बिजली विभाग हरकत में आया और इस गांव की सुधि ली। सोमवार को बिजली विभाग के कर्मचारी के इस गांव में खंबे लेकर पहुंचे। जब वह वहां खंभे लेकर पहुंचे तो वहां के लोगों को उम्मीद जग गई कि अब तो शायद हमारे गांव में बिजली आ जाएगी और हम बिजली की रोशनी में अपने काम कर सकेंगे। मलुआ के घेर नामक यह है बस्ती लगभग 200 वर्ष पूर्व तहसील के गांव शेरपुर से अलग हुई थी। यह बस्ती 12 सौ की आबादी की बस्ती है और सरकारी सुविधाओं से हाईटेक युग में भी वंचित है। यहां कोई भी सरकारी सुविधा नहीं है बिजली, शौचालय यहां तक कि यहां पर आज तक टीकाकरण भी नहीं हुआ था।