रचैटा में बुखार का प्रकोप, स्वास्थ्य विभाग अनजान
विकास खंड असमोली के गांव रचैटा में बुखार का प्रकोप जारी है।
जागरण संवाददाता, असमोली : विकास खंड असमोली के गांव रचैटा में बुखार का प्रकोप जारी है, जिसकों लेकर ग्रामीण चितित हैं। तीन दिन पहले गांव में बुखार के कारण गांव निवासी कक्षा सात की छात्रा की मौत हो चुकी है। छात्रा की मौत के बाद ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग को गांव में बुखार फैलने के बारे में जानकारी दी, लेकिन उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ग्रामीणों के स्वास्थ्य के प्रति बिल्कुल सचेत नहीं हैं। न ही गांव में टीम भेजी और न ही उनके उपचार का कोई प्रबंध ही किया।
ब्लाक क्षेत्र के गांव रचैटा में पिछले कई दिनों से बुखार का प्रकोप चल रहा है, जिसके चलते गांव के ही फूलसिंह की बेटी मीनाक्षी की बुखार के कारण 23 अगस्त को मुरादाबाद में उपचार के दौरान निजी अस्पताल में मौत हो गई थी। छात्रा की मौत के बाद ग्रामीणों में बेचैनी है। इसी को लेकर भाजपा मंडल अध्यक्ष जयपाल सिंह पाल ने स्वास्थ्य विभाग को गांव में फैल रहे बुखार के बारे में जानकारी दी थी, लेकिन सूचना मिलने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ग्रामीणों के स्वास्थ्य के प्रति बिल्कुल भी सचेत नहीं है। इसके चलते ग्रामीणों में स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ आक्रोश है। बता दें कि गांव में बुखार से पीड़ित कुछ मरीज तो झोलाछापो से इलाज करा रहे हैं। तो वही जिन मरीजों की स्थिति गंभीर है वह शहर जाकर इलाज कराने को मजबूर हैं। मंडल अध्यक्ष ने बताया कि असमोली अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संदीप राहल से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने ऐसे किसी भी जानकारी से इन्कार किया है, जिसकी वजह से गांव में बुखार से पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है।