Move to Jagran APP

ई-रिक्शा में शव, मानवता फिर हुई शर्मसार

सम्भल शनिवार को नगर में एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई। जिसमें निजी अस्पताल स्टाफ की संवे

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 12:30 AM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 06:04 AM (IST)
ई-रिक्शा में शव, मानवता फिर हुई शर्मसार
ई-रिक्शा में शव, मानवता फिर हुई शर्मसार

सम्भल: शनिवार को नगर में एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई। जिसमें निजी अस्पताल स्टाफ की संवेदना मर गई कि वह शव को घर तक पहुंचाने के लिए कोई वाहन या एंबुलेंस उपलब्ध नहीं करा सके। युवक की मौत से स्वजनों में कोहराम मच गया। रोते बिलखते स्वजन मजबूरी में ई रिक्शा से ही शव को घर ले जाने के लिए मजबूर हो गए।

loksabha election banner

हयातनगर थाना क्षेत्र के गांव सैंडा निवासी अजय कुमार शनिवार को साइकिल से सिलेंडर लेने के लिए गैस एजेंसी पर गया था। जहां से दोपहर को सिलेंडर लेकर वह गांव पहुंचा। अचानक वह साइकिल समेत सड़क पर गिर गया जिससे सिलेंडर उसके ऊपर गिर गया। इससे वह चोटिल हो गया। जानकारी मिलने पर गांव के अन्य लोगों के साथ स्वजन भी मौके पर पहुंचे और उसे उठाकर सौंधन स्थित एक निजी चिकित्सक के यहां ले गए। चिकित्सक ने युवक की गंभीर हालत को देखकर सम्भल रेफर कर दिया। स्वजन उसे चन्दौसी रोड स्थित एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सक ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया। चिकित्सक द्वारा युवक को मृत घोषित किए जाने के बाद स्वजनों में चीख पुकार मच गई और सभी का रो रोकर बुरा हो गया। चिकित्सा कर्मियों ने शव को घर ले जाने को कहा। स्वजन शव को ई रिक्शा में रखकर गांव ले गए जिसने भी देखा उसका ह्दय द्रवित हो गया। इस प्रकार की किसी घटना की जानकारी नहीं है। यदि किसी के द्वारा शव वाहन की मांग की जाती तो उसे विभाग के नियमानुसार वाहन अवश्य उपलब्ध कराया जाता।

-प्रभाकर बंधु, सीएमएस जिला अस्पताल सम्भल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.