एक माह में मात्र 2729 क्विंटल गेहूं की हो सकी खरीद
जेएनएन बहजोई खुले बाजार में भाव अधिक होने के चलते गेहूं की सरकारी खरीद गति नहीं पकड
जेएनएन, बहजोई : खुले बाजार में भाव अधिक होने के चलते गेहूं की सरकारी खरीद गति नहीं पकड़ पा रही है। खरीद शुरू हुए एक माह बीतने के बावजूद अभी तक मात्र 0.28 मीट्रिक टन ही गेंहू खरीद हो सकी है। खाद्य विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करा चुके किसान भी सरकारी खरीद केंद्रों पर नहीं फटक रहे हैं। इसी के मद्देनजर अब जिला खाद्य विपणन अधिकारी की ओर से केंद्र प्रभारियों को गांव-गांव जाकर किसानों से संपर्क कर गेहूं खरीदने के निर्देश दिए गए हैं।
शासन की ओर से इस बार गेहूं खरीद के लिए 2015 रुपये प्रति क्विटल का समर्थन मूल्य घोषित किया गया है। जबकि खुले बाजार में गेहूं 2130 से 2170 रुपये प्रति क्विटल तक बिक रहा है। सरकारी खरीद केंद्रों पर किसानों से छटाई के नाम पर 20 रुपये प्रति क्विटल की दर से कटौती भी की जाती है। खरीदे गेहूं का भुगतान भी किसान के खाते में भेजा जाता है। इसमें कई दिन का समय लगता है। इसके विपरीत आढ़तों पर किसान को नकद भुगतान मिलता है और कटौती भी नहीं की जाती है। यही कारण है कि अधिकांश किसान खुले बाजार में गेहूं बेच रहे हैं। जिले को शासन द्वारा 96 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किए जाने के बाद विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा एक अप्रैल से गेहूं खरीद के लिए 63 क्रय केंद्र लगाए गए। पूरा एक बीत जाने के बाद गेंहू क्रय केंद्रों पर लक्ष्य के सापेक्ष 2729 कुंतल गेहूं की खरीद हो सकी है।
क्रय केंद्र से अधिक दामों में आढ़तियों द्वारा गेहूं खरीदा जा रहा है। सरकार ने जो मूल्य का निर्धारण किया है वो कम है। इसलिए मंडी की ओर रुख कर रहे हैं।
सतीश कुमार वाष्र्णेय, बहजोई
......... सरकार द्वारा जो मूल्य निर्धारित किया गया है वह बहुत कम है। डीजल और खाद पर लगातार पैसे बढ़ रहे हैं। ऐसे में क्रय केंद्रों पर फसल का वाजिब मूल्य नहीं मिल पा रहा है।
दौलतराम, किसान
........... जिले में गेहूं खरीद की गति काफी धीमी है। सभी 63 क्रय केंद्रों पर व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं। फिर भी किसान गेहूं लेकर नहीं आ रहे हैं। इससे अभी तक पूरे जिले में एक माह में केवल 2780 क्विटल की ही खरीद हो सकी है।
विजेता सिंह, जिला विपणन अधिकारी सम्भल
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