खातों में पहुंच गई धनराशि, फिर भी यूनीफार्म नहीं खरीद रहे अभिभावक
जेएनएन सम्भल भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए सरकार ने इस बार यूनीफार्म जूता मोजा स्वेटर की धनराशि प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता के खातों में पहुंचाई है लेकिन अब वह बच्चों की यूनीफार्म नहीं बनवा रहे हैं। ऐसे में या तो छात्र-छात्राएं बिना यूनीफार्म पहने विद्यालय आ रहे हैं या फिर पुरानी यूनीफार्म पहनकर आ रहे हैं।
जेएनएन, सम्भल: भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए सरकार ने इस बार यूनीफार्म, जूता, मोजा, स्वेटर की धनराशि प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता के खातों में पहुंचाई है, लेकिन अब वह बच्चों की यूनीफार्म नहीं बनवा रहे हैं। ऐसे में या तो छात्र-छात्राएं बिना यूनीफार्म पहने विद्यालय आ रहे हैं या फिर पुरानी यूनीफार्म पहनकर आ रहे हैं।
बता दें कि पिछले सालों में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को विभाग जूता, मोजा, स्वेटर, यूनीफार्म विभाग उपलब्ध कराता था, लेकिन हर साल यूनीफार्म की गुणवत्ता पर सवाल उठते थे। साथ ही जूता, मोजे भी छोटे-बड़े रह जाते थे। इसी को देखते हुए इस बार सरकार ने यूनीफार्म समेत अन्य सामान के लिए अभिभावकों के खाते में धनराशि भेज दी। धनराशि को खाते में आए हुए एक माह हो गया है, लेकिन इक्का-दुक्का को छोड़ दिया जाए तो अभी तक अभिभावकों ने किसी भी बच्चे की यूनीफार्म नहीं बनवाई है। इसी के चलते अब बच्चे या तो फिर बिना यूनीफार्म के आ रहे हैं या फिर पुरानी यूनीफार्म में आ रहे हैं। जबकि शिक्षक-शिक्षिकाएं छात्र-छात्राओं से नई यूनीफार्म खरीदने के लिए बार-बार कह रहे हैं। इनसेट-
बैठक कर अभिभावकों को किया जा रहा प्रेरित
खाते में धनराशि को पहुंचे हुए एक माह होने को है, लेकिन अभी तक भी छात्र˜-छात्राएं नई यूनीफार्म में नजर नहीं आ रही है। इसी को देखते हुए शिक्षकों ने अब अभिभावकों के साथ बैठक कर उन्हें प्रेरित करना शुरू कर दिया है। बुधवार को जिले के अधिकांश विद्यालयों में शिक्षकों ने अभिभावकों के साथ बैठक की। इनसेट-
सरकार की मंशा को सफल बनाने की जिम्मेदारी अधिकारियों पर
भ्रष्टाचार रोकने के लिए सरकार ने इस बार 1100-1100 रुपये अभिभावकों के खाते में भेज दिए हैं, लेकिन यूनीफार्म अभिभावक नहीं खरीद रहे हैं। अब अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि सरकार की मंशा को सफल बनाने के लिए प्रयास करने होंगे और प्रयास करना होगा कि सभी अभिभावक अपने बच्चों को यूनीफार्म बनवा दे।
कोट-
अभी तक बहुत ही कम छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने यूनीफार्म बनवाई है। अभिभावकों को प्रेरित किया जा रहा है। जिससे वह सरकार से मिली धनराशि से अभिभावक यूनीफार्म बनवा सकें।
दीपिका चतुर्वेदी, बेसिक शिक्षा अधिकारी सम्भल