हड्डी सींग का बाउल घरों व पार्टियों की बढ़ा रहा शोभा
जागरण संवाददाता सरायतरीन (सम्भल) हड्डी सींग से बने उत्पादों का विदेशों में निर्यात किया ज
जागरण संवाददाता, सरायतरीन (सम्भल) : हड्डी सींग से बने उत्पादों का विदेशों में निर्यात किया जाता है, जिसकी वजह से देश ही नहीं विदेशों में भी सम्भल की अलग पहचान बन गई है। क्योंकि यहां पर बने उत्पाद बहुत ही यूनिक व एंटिक होते है, जिन्हें देखकर देश व विदेश में रहने वाले लोग अचंभित होने के साथ ही उन्हें खरीदने में अपनी दिलचस्पी दिखाते हैं, जिससे घरों की शोभा को बढ़ा सकें। इस समय यहां पर हड्डी सींग से बने बाउल की मांग विदेशों में काफी आ रही है।
हैंडीक्राफ्ट कारोबार ने सम्भल की एक अलग पहचान दुनिया भर में बनाई है। पहले यहां पर आलू व मैंथा का उत्पादन भी अन्य स्थानों की अपेक्षा काफी अधिक होता था लेकिन, वर्तमान में हैंडीक्राफ्ट से बने उत्पाद जहां सम्भल की विदेशों में पहचान बना रहे हैं वहीं दूसरी ओर विदेशी मुद्रा भी देश में अर्जित हो रही है। उपनगरी सरायतरीन में यहां के कारीगर व निर्यातक ने हड्डी सींग से बाउल बनाया हैं। जो अरब व यूरोप के देशों में होने वाली पार्टियों की शोभा बढ़ा रहा हैं। बड़े घराने की पार्टियो में चॉकलेट, ड्राइफूट्स व फल रखने के लिए इस बाऊल का उपयोग किया जा रहा है। इतना ही नहीं कुछ लोग घरों के अंदर सेंटर टेबिल पर इन बाउल को सजा रहे हैं। अरब, अमेरिका और रूस से इन आइटमों के सबसे ज्यादा आर्डर निर्यातक को मिल रहे है। सम्भल की उपनगरी को यूरोप के अलावा अब अरब देशों में भी नई पहचान मिलेगी।
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उपनगरी सरायतरीन में हड्डी व सींग के अवशेषों को खूबसूरत आभूषणों का रूप देने के लिए श्रमिक भले ही सांस, टीबी, कैंसर जैसी बीमारियों की चपेट में आकर प्रभावित हो रहे हैं लेकिन, उनकी बदौलत ही सरायतरीन ने अपनी पहचान देश ही नहीं विदेशों में बनाई है। श्रमिकों के हुनर ने सात समंदर पार तक हड्डी सींग उत्पादकों का जलवा बिखेरा है।
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