ठंड में गुजारनी पड़ी रात, तब मिली खाद
जेएनएन चन्दौसी खाद लेने के लिए किसानों को पूरी रात खुले में बितानी पड़ रही है। किसान मंडी समिति में ही पूरी- पूरी रात गुजार रहे हैं और सुबह जल्दी उठकर लाइन में लग जाते हैं जिससे उन्हें खाद मिल सके। वहीं कुछ किसान सुबह लाइन में लगने के लिए आ रहे हैं लेकिन टोकन पूरे हो जाने के कारण उनका नंबर नहीं आ पाता है।
जेएनएन, चन्दौसी: खाद लेने के लिए किसानों को पूरी रात खुले में बितानी पड़ रही है। किसान मंडी समिति में ही पूरी- पूरी रात गुजार रहे हैं और सुबह जल्दी उठकर लाइन में लग जाते हैं जिससे उन्हें खाद मिल सके। वहीं कुछ किसान सुबह लाइन में लगने के लिए आ रहे हैं लेकिन टोकन पूरे हो जाने के कारण उनका नंबर नहीं आ पाता है।
इस समय मंडी समिति में डीएपी खाद बांटी जा रही है। खाद को लेने के लिए किसान काफी परेशान हैं। उन्हे सुबह ही लाइन में लगना पड़ता है। घंटो लाइन में लगने के बाद भी काफी संख्या में किसानों को हर रोज वापस लौटना पड़ता है। अब कुछ किसानों ने खाद लेने के लिए नया तरीका निकाला है। किसान मंडी समिति में ही रात गुजार रहे हैं। जैसे ही उन्हे लगता है कि अब लाइन लगने का समय हो गया है तो वह लाइन में लग जाते हैं जिससे उन्हें टोकन मिल जाता है और खाद भी उपलब्ध हो जाती है लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर किसानों के खुले आसमान के नीचे कड़ी ठंड में रात गुजारने के पीछे जिम्मेदार कौन है। पूरी रात मंडी समिति में रह कर ही गुजारनी पड़ी है तब जाकर खाद मिल सकी है। खाद न मिलने की वजह से फसल को नुकसान हो रहा था।
छोटे लाल
मंगलवार को भी खाद लेने के लिए यहां आया था। लाइन में भी लगा लेकिन टोकन नहीं मिल पाया। सुबह जल्दी आया तब जाकर खाद मिली है।
हरेन्द्र सिंह
मैं सुबह जल्दी आकर लाइन में लग गई थी। कल वापस लौटना पड़ा था। अब खाद मिल गई है।
भ्रम सिंह
किसान पूरी रात ठंड में खुले आसमान के नीचे बिता रहे हैं तब जाकर उन्हें खाद मिल पा रही है। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
कांति