Move to Jagran APP

पौने तीन करोड़ रुपये सीवर में, पानी सड़कों पर

सरायतरीन नगर पालिका द्वारा सरायतरीन स्थित पानी की टंकी से बहजोई मार्ग तेजराम की कोठी त

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 12:28 AM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 12:28 AM (IST)
पौने तीन करोड़ रुपये सीवर में, पानी सड़कों पर
पौने तीन करोड़ रुपये सीवर में, पानी सड़कों पर

सरायतरीन: नगर पालिका द्वारा सरायतरीन स्थित पानी की टंकी से बहजोई मार्ग तेजराम की कोठी तक जल निकासी के लिए सीवर लाइन बिछाई गई थी। जिसमें पौने तीन करोड़ की लागत आई थी, लेकिन डेढ़ साल से जल निकासी नहीं हो सकी। नतीजा यह कि हल्की बारिश से ही कई मुहल्लों में जलभराव हो जाता है।

loksabha election banner

समस्या से जूझ रहे लोगों को कहना है कि पालिका द्वारा पौने तीन करोड़ रुपये खर्च कर दिया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। हल्की बारिश होने पर सड़क तालाब का रूप ले लेती हैं। इतना ही नहीं नालियां चोक होने पर बिन बारिश के भी तालाब बन जा रहा हैं। लोग पालिका अध्यक्ष से सीवर लाइन को शुरू करवाने की कई बार मांग कर चुके हैं, लेकिन डेढ़ साल बीतने के बाद भी सीवर लाइन शुरू नहीं हो सकी है। सीवर लाइन से सटे मुहल्लों की आबादी करीब 35 हजार है और इसके बाद भी यहां बदहाली का आलम है। करोड़ों खर्च के बाद भी यहां पर हाल जस के तस हैं। आए दिन किसी ना किसी गली में नाली का पानी बहता रहता है, लेकिन बारिश में स्थिति पहले से और अधिक बिगड़ जाती है। हल्की सी बारिश होने पर लोगों को घरों से निकलने में परेशानी होती है। इन मुहल्लों में होता है जलभराव -पीलाखदाना

- बागीचा

- नवादा

- पैठ इतवार

- झाली जमुन

- चकली की गली

----------------

जनाजा ले जाने में भी दिक्कत

सरायतरीन : जलभराव की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। किसी की मौत हो जाए तो मय्यत को जल भराव में ही लेकर निकलना पड़ता हैं। यही स्थिति रविवार को दिखी। एक युवक की मौत हो गई थी जनाजा लेकर लोग निकले। जल भराव के कारण उन्हें काफी दिक्कत से जनाजा ले जाना पड़ा। कोट----

डेढ़ साल पहले जल निकासी के लिये सीवर डाली गई, लेकिन सीवर से जल निकासी नहीं हो पाई। नाले नालियों का पानी घरो में घुस जाता हैं।

नुजहत कोट---

पालिका की सीवर लाइन से कोई फायदा नहीं हुआ। बल्कि सड़क किनारे बने मकानों में सीलन हो गई। डेढ़ साल पहले सीवर के साथ पड़ी सड़क भी टूट गई।

सुरेश कुमार। कोट----

जल निकासी की पालिका प्रशासन से शिकायत की तो कहा जाता ठेकेदारों के कार्य की जांच हो रही हैं। जांच पूरी होने के बाद सीवर का कार्य शुरू हो पायेगा।

शहजाद।

...

सीवर लाइन जी का जंजाल बन गई। डेढ़ साल के बाद भी जल निकासी नहीं हो पा रही हैं। सबसे ज्यादा परेशानी किसी की मौत होने पर होती हैं।

परवेज।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.