विवाद में उलझे कर्मचारी, गेट पर बैठकर निभा रहे ड्यूटी
जेएनएन बहजोई नगर के एक तकनीकी शिक्षण संस्थान में करीब तीन साल पूर्व नियुक्त हुए चार कर्मचारियों को विवाद के चलते संस्थान के गेट पर बैठकर नौकरी करनी पड़ रही है जिन्हें पिछले तीन साल से वेतन भी नहीं मिला है।
जेएनएन, बहजोई: नगर के एक तकनीकी शिक्षण संस्थान में करीब तीन साल पूर्व नियुक्त हुए चार कर्मचारियों को विवाद के चलते संस्थान के गेट पर बैठकर नौकरी करनी पड़ रही है, जिन्हें पिछले तीन साल से वेतन भी नहीं मिला है। बता दें कि नगर के काली मंदिर के निकट संचालित तकनीकी संस्थान में तीन साल पूर्व नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति निकाली गई थी। जिसके तहत समाज कल्याण विभाग के निदेशालय से प्रधानाचार्या के रूप में बीना कुमारी, सहायक अध्यापिका के रूप में प्रीति और लक्ष्मी के अलावा चपरासी के रूप में मनोज कुमार की नियुक्ति हुई थी। इसी दौरान प्रबंध समिति में विवाद हुआ और एक अन्य सदस्य ने फर्जीवाड़ा का आरोप लगा दिया। शिकायत समाज कल्याण विभाग में की। जिसके चलते समाज कल्याण अधिकारी की ओर से नियुक्ति को विवादित मानते हुए सभी कर्मचारियों का वेतन रोक दिया गया। करीब तीन साल से वेतन नहीं मिल रहा है। इसके चलते प्रधानाचार्या समेत सभी कर्मचारी सुबह 10 बजे संस्थान आते हैं और मुख्य गेट पर शाम चार बजे तक बैठ कर वापस चले जाते हैं। जिन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है इसकी शिकायत जिलाधिकारी से लेकर विभागीय अधिकारियों से भी की गई है। प्रधानाचार्य बीना कुमारी का मानना है कि उनकी नियुक्ति को न्यायालय में चुनौती दी गई है। तीन साल से वेतन नहीं मिला है और अब उन्हें संस्थान में प्रवेश भी नहीं दिया जा रहा है। प्रबंध समिति के विवाद के चलते प्रधानाचार्य समेत सभी कर्मियों की नियुक्ति विवादित हो गई है और दो अलग-अलग न्यायालय में मामला चल रहा है। जिसके चलते सभी के वेतन को रोकने का निर्णय लिया गया था। जब तक न्यायालय का आदेश नहीं आता है, तब तक उनकी नियुक्ति विवादित है और संस्थान में जाने का औचित्य नहीं बनता।- शैलेंद्र कुमार गौतम, जिला समाज कल्याण अधिकारी, सम्भल।