होम आइसोलेशन में लापरवाही पर डीएम ने दी चेतावनी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने होम आइसोलेशन को लेकर जिले के सभी सीएचसी प्रभारियों को सख्त चेतावनी दी। निगरानी समिति गठित नहीं होने पर भी नाराजगी जाहिर की।
सम्भल, जेएनएन: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने होम आइसोलेशन को लेकर जिले के सभी सीएचसी प्रभारियों को सख्त चेतावनी दी। निगरानी समिति गठित नहीं होने पर भी नाराजगी जाहिर की। इसके अलावा उन्होंने कोविड-19 को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीमों के रहने और भोजन व्यवस्था पर हुए खर्च की भी समीक्षा की।
कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिस प्रकार से बेहतर उपाय किए जा रहे हैं, उसी प्रकार से शासन के निर्देशों के अनुसार होम आइसोलेशन की भी कड़ी निगरानी की जानी चाहिए। उन्होंने लक्ष्य के मुताबिक होम आइसोलेशन और उस पर निगरानी करने वाले चिकित्सकों को लापरवाही पर सख्त चेतावनी दी। साथ ही मंडल में अन्य जनपदों की अपेक्षा जिले में निगरानी समिति गठित नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की। डीएम ने जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, विभिन्न टीकाकरण आदि की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि पिछड़े ब्लॉकों में सुधारात्मक कदम उठाए जाएं। ब्लॉकवार एंटीजन जांच, सैंपल, पॉजिटिव मरीजों को तत्काल शिफ्ट करने और उनके होम आइसोलेशन का विवरण व उनके भर्ती होने का विवरण पल-पल कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरौली को 30 बेड का अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कैलादेवी पवांसा को 100 बेड का कोविड-19 सेंटर बनाए जाने के लिए भी निर्देशित किया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी उमेश कुमार त्यागी, अपर जिलाधिकारी कमलेश कुमार अवस्थी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमिता सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी जाहिद हुसैन के आलावा डीसीएम प्रबंधक, यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के जिला स्तरीय प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।