बाजारों में बकरों व पशुओं की बिक्री शुरू कराने को ज्ञापन
चन्दौसी कोरोना महामारी के चलते बाजार बंद होने के कारण बकरीद पर कुर्बानी के लिए मुस्लिम
चन्दौसी: कोरोना महामारी के चलते बाजार बंद होने के कारण बकरीद पर कुर्बानी के लिए मुस्लिम समाज के लोग बकरे व पशु नहीं खरीद पा रहे हैं। इसको को लेकर ऑल इंडिया उलेमा एवं मशाईख बोर्ड के पदाधिकारियों ने रोष व्यक्त किया। साथ ही तहसील पहुंचकर एसडीएम महेश प्रसाद दीक्षित से मिले और उनको मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन सौंपकर बकरे व पशुओं की खरीदारी शुरू कराने की मांग की।
उपजिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में पदाधिकारियों ने कहा कि मुसलमानों के दो बड़े त्योहार में से ईद उल अजहा का काफी महत्व रखता है। इस दिन लोग कुर्बानी करते है, कुर्बानी करने के लिए महीनों पहले गांवों में लगने वाली बाजारों से बकरे व अन्य पशुओं की खरीदारी शुरू कर दी जाती है, इस बार यह त्योहार चांद देखने के बाद 31 जुलाई या 1 अगस्त को मनाया जाएगा और इसके लिए मात्र 11 दिन ही बाकी रह गए, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले पैंठ बाजार नहीं लग रही है। जिससे अभी तक ईद की कोई खरीदारी नहीं हुई है। उनकी मांग है कि स्थानीय अधिकारियों कोई एक स्थान चिन्हित कर दिया जाए जहां से जानवरों की खरीद-फरोख्त हो सके, ऐसा कोई आदेश जारी करा दे। मस्जिदों में सिर्फ पांच लोग नमाज अदा कर रहे हैं। उसी प्रकार बकरीद के मौके पर मस्जिदों में ईदगाह पर सभी को नमाज पढ़ने की अनुमति दी जाए। जिससे सब लोग करोना बीमारी के खात्मे के लिए इस्तमाई दुआ कर सके। हाफिज मतीन अशरफी, हाजी शाह आलम मंसूरी, मौलाना सोहेल, नजर मुहम्मद, मौलाना नदीम आदि शामिल रहे।