जातिवाद भूलें,विकास का रखें ध्यान
हिए कि वह निष्पक्ष व भेदभाव छोड़कर सिर्फ विकास के मुद्दों पर वोट दें। हमारा सांसद शिक्षित होना चाहिए। यदि वह शिक्षित होगा तो निश्चित तौर पर बुनियादी समस्याओं को समझकर प्रत्येक तरीके से क्षेत्र का सर्वागीण विकास कर सकेगा। मोहम्मद इमरान शिक्षक ---------
सरायतरीन: लोकसभा चुनाव के साथ लोगों के बीच चर्चाएं लाजिमी हैं। भावी सांसद और केन्द्र की सत्ता में प्रधानमंत्री के चयन को लेकर लोगों की गंभीरता देखी जा सकती है। शुक्रवार को जागरण चुनाव चौपाल में फै•ा गर्ल्स इंटर कालेज के शिक्षक शिक्षिकाएं जुडी। सभी ने क्षेत्र की समस्याएं, सांसदों के चयन और मुद्दों पर बेबाकी से राय रखी। बातचीत में सबसे बड़ा मुद्दा खुलकर आया कि इमानदार और लोगों की समस्याएं सुनकर सदन में उठाने वाला संसद ही बेहतर होगा। मतदाताओं को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए जातिवाद, क्षेत्रवाद और धर्मवाद से उठकर मतदान करना होगा। चुनावी चर्चा के दौरान वक्ताओं में गर्मजोशी भी झलकी। शिक्षिका तस्नीम सलामी ने बताया कि जनता का ही पैसा उनको दिया जाता है। मतदाताओं को जागरूक होना पड़ेगा। उन्हें कहना चाहिए कि हमें विकास व रोजगार चाहिए। सरकारों को इस ओर कदम बढ़ाना चाहिए। शिक्षक शिक्षिकाओं ने एकजुट होकर संकल्प लेने के साथ लोगों से शत-प्रतिशत मतदान की अपील की।
मतदाताओं को चाहिए कि वह निष्पक्ष व भेदभाव छोड़कर सिर्फ विकास के मुद्दों पर वोट दें। हमारा सांसद शिक्षित होना चाहिए। यदि वह शिक्षित होगा तो निश्चित तौर पर बुनियादी समस्याओं को समझकर प्रत्येक तरीके से क्षेत्र का सर्वागीण विकास कर सकेगा।
मोहम्मद इमरान शिक्षक अब समय आ गया है कि सत्ता की बागडोर युवाओं के हाथ में आना चाहिए। उसमें वह युवा हो जो रोजगार के अवसर मुहैया करा सके। इमानदारी से लोगों की बात समझें और समस्या का निदान करें।
जहांआरा तबस्सुम प्रधानाचार्य पढ़ा लिखा, जनभावनाओं को समझने वाला, भ्रष्टाचार रहित सांसद का चुनाव ही लोगों की प्राथमिकता होनी चाहिए। सांसद को चाहिए कि शिक्षकों को तरजीह दें। क्योंकि कोई भी व्यक्ति बिना शिक्षा अध्ययन किए आगे का मुकाम हासिल नहीं कर सकता है। शहर में कॉलेज खुलवाये।
शीरी इमाम शिक्षिका नए चेहरा नए नेतृत्व की अब जरूरत है। मतदान के प्रतिशत में बढ़ोतरी करने के लिए चुनाव आयोग बाजारों में शहर के प्रमुख चौराहों पर रंगमंच के कार्यक्रम करा कर लोगों को वोट के महत्व के बारे में बताकर उन्हें जागरूक करें।
राफिया राहत शिक्षिका