सम्भल में मेडिकल कालेज का सपना होगा पूरा
जेएनएन सम्भल प्रदेश सरकार ने 16 जिलों में मेडिकल कालेज खोलने का निर्णय लिया है। इसमें सम्भल भी शामिल है। मेडिकल कालेज बनने से अस्पतालों में न चिकित्सक की कमी होगी न ही जांच के लिए प्राइवेट लैब की ओर जाना होगा।
जेएनएन, सम्भल: प्रदेश सरकार ने 16 जिलों में मेडिकल कालेज खोलने का निर्णय लिया है। इसमें सम्भल भी शामिल है। मेडिकल कालेज बनने से अस्पतालों में न चिकित्सक की कमी होगी न ही जांच के लिए प्राइवेट लैब की ओर जाना होगा।
सम्भल जिले को बने हुए दस साल होने को हैं, लेकिन यहां पर सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। यहां तक की जिला स्तरीय अधिकारी भी एक स्थान पर नहीं मिलते है। कोई बहजोई तो कुछ सम्भल और कुछ चन्दौसी में बैठते हैं, लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से सम्भल के लिए बड़ी राहत दी गई है। काफी दिनों से जिले में लोग मेडिकल कालेज बनाने की मांग उठा रहे थे। सरकार ने लोगों की मांग को देखते हुए जिले में पीपीपी माडल पर मेडिकल कालेज का तोहफा दिया है। इसकी कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। कालेज बनने से अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवा मिलेंगी और उपचार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। एमबीबीएस की पढ़ाई भी यहीं होगी और छात्र-छात्राओं में चिकित्सक बनने के प्रति रुझान बढ़ेगा। नवीन रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। मेडिकल कालेज बनने से सिर्फ स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि अन्य विषयों में भी जिले का स्तर ऊंचा होगा। हालांकि अभी तक जिले के अधिकारियों को इस संबंध में कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही शासन से आदेश अधिकारियों को मिल जाएगा। निर्देश मिलते ही अधिकारी भूमि तलाशनी शुरू कर देंगे। प्रदेश को मिलेंगे डाक्टर, मरीजों को मिलेगा उपचार
सम्भल: जिले में मेडिकल कालेज बनने के बाद जहां छात्रों को डाक्टर की पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। वहीं, दूसरी ओर प्रदेश को योग्य चिकित्सक भी मिलेंगे, लेकिन सबसे ज्यादा लाभ सम्भल जिले के लोगों का होगा। गंभीर से गंभीर बीमारी का उपचार कराने के लिए भी लोगों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
विधायक ने भी रखा था प्रस्ताव
सम्भल : विधायक इकबाल महमूद ने बताया कि दस माह पहले पीपीपी माडल पर मेडिकल कालेज के लिए शासन से पत्र व्यवहार किया गया था। एक टीम भी आई थी लेकिन जमीन न होने की रिपोर्ट लगा दी थी। इसकी जानकारी होने पर रिमाइंडर भी भेजा गया। सिरसी बिलारी मार्ग पर तकरीबन 15 बीघा जमीन की उपलब्धता भी है। सरकार चाहे तो उस जगह का उपयोग कर सकती है। जो आदेश हुआ है उसमें यह देखना पड़ेगा कि सरकार यह मेडिकल कालेज किस तरह से बनाएगा।
जिले में मेडिकल कालेज की जरूरत थी। अब तक किसी ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया, लेकिन वर्तमान सरकार ने लोगों की समस्या को देखते हुए सराहनीय कार्य किया है।
अतुल गुप्ता
मेडिकल कालेज बनने के बाद छात्रों को सबसे ज्यादा लाभ होगा। लोगों को रोजगार भी मिलेंगे। गरीब लोगों को उपचार की सुविधा भी मिल जाएगी। सरकार ने सराहनीय फैसला लिया है।
अतीक अहमद
मेडिकल कालेज की जिले में बहुत जरूरत थी। योगी सरकार ने अब जिले के लोगों की मांग को ध्यान में रखते हुए सराहनीय फैसला लिया है। इससे रोजगार भी मिलेगा।
मोहम्मद फैज
अब तक जिले को कुछ नहीं मिला था, लेकिन सरकार ने अब सम्भल जिले की तरफ भी ध्यान दिया है। एक बड़ा तोहफा सरकार ने दिया है। इससे छात्रों को बहुत बड़ा लाभ होगा।
कपिल यादव
मेडिकल कालेज को लेकर अभी मुख्यालय स्तर से कोई आदेश नहीं आया है। यदि आदेश आ जाता है तो उसके अनुरूप काम किया जाएगा। पीपीपी माडल के तहत क्या मानक तय किए गए हैं, इसे भी देखा जाना जरूरी है। पूरी स्थिति आदेश आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी।
डा. अजय सक्सेना सीएमओ सम्भल