50 झोलाछाप अस्पतालों पर कसा गया कार्रवाई का शिकंजा
संवाद सहयोगी बहजोई कलक्ट्रेट के सामने झोलाछाप अस्पताल पर हुई जच्चा-बच्चा की मौत के बाद ड
संवाद सहयोगी, बहजोई: कलक्ट्रेट के सामने झोलाछाप अस्पताल पर हुई जच्चा-बच्चा की मौत के बाद डीएम की ओर से दिए गए निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग में झोलाछाप अस्पतालों पर एक विशेष अभियान चला। जिसमें अपने अपने क्षेत्र के सभी चिकित्सा अधीक्षकों के द्वारा छापेमारी की गई। इस दौरान कुल 38 अस्पतालों को नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में पंजीयन से संबंधित जवाब मांगा गया है, जबकि 12 अस्पताल संचालकों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
बहजोई पर एक अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत के बाद डीएम मनीष बंसल ने झोलाछाप अस्पतालों पर कार्रवाई का शिकंजा कसने के निर्देश दिए गए थे। जिसमें उन्होंने प्रत्येक सीएससी के चिकित्साधीक्षक को नोडल अधिकारी बनाते हुए छापेमारी करने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को बहजोई में डा सचिन वर्मा ने तीन अस्पतालों को सील कर दिया। जिसमें दो पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई चार को नोटिस जारी किया गया। इस दौरान एक अस्पताल संचालक के द्वारा अभद्रता करने पर उसे हिरासत में लिया गया। असमोली क्षेत्र में डा मनोज चौधरी ने सात अस्पतालों को सील करते हुए उन्हें नोटिस जारी किया है। जुनावई में डा विराश यादव ने दो पर रिपोर्ट और दो को नोटिस जारी किया। चन्दौसी नगर इलाके में चार अस्पताल संचालकों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है जबकि दो को नोटिस जारी किया गया है। चन्दौसी में तीन पंजीकृत अस्पतालों का भी निरीक्षण किया गया। जहां सभी व्यवस्थाएं ठीक पाई गई। बनिया खेड़ा में दो पर रिपोर्ट और दो को नोटिस जारी किया गया। इसके अलावा राजपुरा में दो पर रिपोर्ट गुन्नौर सीएससी प्रभारी के द्वारा छापेमारी में दो पर रिपोर्ट और तीन को नोटिस दिया गया। पंवासा में नौ असमोली में सात, सम्भल में 10 अस्पताल संचालकों को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा पंकज विश्नोई ने बताया कि यह अभियान दो दिन के लिए चलाया जा रहा है जो कि मंगलवार को भी जारी रहेगा। जिसमें बड़े स्तर पर ऐसे झोलाछाप अस्पतालों पर कार्रवाई की जाएगी, जो अपंजीकृत हैं और नियमों को ताक पर रखकर संचालन करते हैं।