12 दिन में 32.69 फीसद मरीज, अटकी प्रशासन की सांस
सम्भल कोरोना वॉयरस ने जिस तेजी से पांव पसारना शुरू किया है उससे जिला प्रशासन के साथ ही स्
सम्भल : कोरोना वॉयरस ने जिस तेजी से पांव पसारना शुरू किया है उससे जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की सांसें अटकी हैं। शासन स्तर पर तमाम उपाय किए जा रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थागत खामियों का असर है कि मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। हालात को देखते हुए शासन ने प्रतिबंध तो लगा दिया है लेकिन पिछले 12 दिन में अब तक मिले कुल मरीजों का 32.69 फीसद का मिलना अपने आप में एक बड़ा सवाल बन चुका है। नियमों का हवाल देकर सैंपल लेकर होम क्वारंटाइन करने की स्थिति तथा कोविड अस्पताल की बदइंतजामी भी सवाल खड़ा कर रहा है।
जनपद में पहला केस 12 अप्रैल को मिला था। तमिलनाडु से आए 77 वर्षीय बुजुर्ग में कोरोना की पुष्टि हुई और महज कुछ ही घंटों में उनकी मौत। उन्हें अस्पताल ले जाने वाला सरायतरीन का युवक भी पॉजिटिव मिला। इसके बाद से 29 जून तक यानी 78 दिन में कुल 350 केस मिल गए। इस हिसाब से औसत निकाला जाए तो हर दिन महज 2 से 3 मरीज ही सामने आए। जबकि पिछले 12 दिन में 170 मरीज मिले हैं। यानी औसतन हर दिन 14 से 15 मरीज हर दिन मिल गए। इस हिसाब से देखे तो सम्भल की तस्वीर काफी कुछ बदल गई है। इसके पीछे काफी हद तक विभागीय बदइंतजामी है। दिनांक- कुल पॉजिटिव
30 जून -17
1 जुलाई-9
2 जुलाई-9
3 जुलाई-18
4 जुलाई-2
5 जुलाई-3
6जुलाई-27
7जुलाई-5
8 जुलाई-5
9 जुलाई-20
10 जुलाई-18
11 जृुलाई-37
कुल मरीज - 170 मरीज बढ़ने का कारण
- किसी परिवार में पॉजिटिव मिलने के बाद सैंपल लेकर उन्हें होम क्वारंटाइन करने की व्यवस्था
- सब्जी मंडी, दुकान या सड़क पर शारीरिक दूरी का पालन न करना तथा दो गज दूरी का नियम न मानना
- लापरवाही के चलते शहर के सभी मुहल्लों में शारीरिक दूरी का पालन नहीं, एक बाइक पर चार तक सवारी
- इन 12 दिनों में सड़क पर चलने वाले हर दस लोगों में महज से 2 या 3 का ही मास्क पहनना।
- चन्दौसी रायसत्ती में हॉटस्पाट के बावजूद एक नेता के यहां कार्यक्रम का आयोजन किया जाना।
- हाल के दिनों में हुए शादी विवाह में नियमानुसार 30 लोगों की 300 से 500 तक लोगों का शामिल होना