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करीबी भी हो सकते हैं हत्यारे

रुपये दिए गए। संतोष को लाखों रुपये मिलने की जानकरी आजाद रोड के निवासियों के साथ आस पास के लोगों को भी थी। कही हत्यारों ने उसी रुपयो को लेकर तो संतोष सहित नौकरानी और केसर की हत्या कर दी हो।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 01:01 AM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 01:01 AM (IST)
करीबी भी हो सकते हैं हत्यारे
करीबी भी हो सकते हैं हत्यारे

चन्दौसी: संतोष का पूरा घर बंद है। गेट के अलावा कोई अन्य स्थान से घर के अंदर नहीं आ सकता है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा हैं कि हत्यारे करीबी भी हो सकते है क्योंकि रात के समय अंजान व्यक्ति को देखकर शायद ही संतोष व उसका देवर गेट खोलता। मौके के हालत देखने के बाद तो ऐसा ही लगता हैं कि केसर ने ही गेट खोला होगा।

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इंस्पेक्टर के परिजनों में जिन तीनों की हत्या की है और घर के कमरों की खुली अलमारी व मैन गेट खुला होने से ऐसा लगता है कि हत्यारा कोई करीबी भी हो सकता है जिसे संतोष के साथ केसर व नौकरानी जानती थी क्योंकि घर में घुसने का मैन गेट के अलावा कोई अन्य रास्ता नहीं है जबकि जीने का मैन गेट अन्दर से बंद था। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि रात के समय में कोई परिचित के आने पर केसर ने गेट खोला हो और घर के अंदर पहुंचने के बाद पहले केसर की हत्या की हो और उसके बाद दोनों को मौत के घाट उतार दिया हो। हालात कुछ यहीं बया कर रहे हैं। क्योंकि संतोष व नौकरानी तो अपनी चारपाई से हिली नहीं जबकि अगर गेट खुला हैं तो वह गेट केसर ने ही खोला और जब हत्यारों ने उस पर हमला किया तो वह बचने के लिए गैलरी तक भी पहुंच गया। पुलिस भी फिलहाल हत्यारा करीबी ही मान रही रही है। पुलिस का मानना हैं कि अगर हत्यारा करीबी न होता तो शायद नौकरानी की हत्या न होती। सीसीटीवी फुटेज से पकड़े जा सकते हैं हत्यारे

चन्दौसी: कालोनी वालों को तो हत्यारों का पता नहीं हैं। न ही पड़ोसियों को हत्या होते वक्त पता चला, लेकिन कालोनी में लगे सीसीटीवी कैमरे हत्यारों का पता बता सकते है जिस घर में शव मिले है। उसके सामने एक अस्पताल है। अस्पताल के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है। अगर उस मुहल्ले में लाइट होगी तो शायद सीसीटीवी कैमरे में हत्यारे कैद हो गए होंगे। इसके अलावा जिस गली में संतोष का मकान था। उस गली के प्रवेश पर भी कैमरे लगे हुए है। ऐसे में हत्यारों दोनों स्थानों पर लगे हुए कैमरों कैद हो सकते हैं।

रुपयों को लेकर भी हत्या का संदेह

चन्दौसी: वर्षो से संतोष आजाद रोड स्थित एक धर्मशाला स्वामी के मकान में पर किराए पर रह रही थी। अब उस धर्मशाला स्वामी की पुत्रवधू ने अपनी सारी संपत्ति को बेच थी। बताया जाता हैं कि संतोष से मकान खाली कराने के लिए कई लाख धर्मशाला स्वामी की पुत्रवधू ने दिए है। जो शायद अब तक घर में ही रखे हुए थे। आसपास के लोग भी रुपये होने की बात को जानते थे। ऐसे में लोग अंदाजा लगा रहे हैं कि कहीं उन रुपयों के चलते ही तो हत्या नहीं की गई है।

फोरेंसिक टीम ने लिए नमूने

चन्दौसी: कोतवाली क्षेत्र में तीनों लोगों की हत्या के बाद मौके पर पहुंचे एसपी यमुना प्रसाद ने मौके पर फारेंसिक टीम को भी बुला लिया। फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर नमूने लिए। लगभग एक घंटे तक फोरेंसिक टीम मौके पर मौजूद रही। इसके बाद टीम ने लिए नमूने को लेकर वापस चली गई। पुलिस का मानना हैं कि मौके से लिए नमूने से भी कोई क्लू मिल सकता है। महिला के भाई पहुंचे मौके पर

चन्दौसी: संतोष व उसके देवर और नौकरानी की हत्या की सूचना परिजनों के साथ-साथ संतोष के भाई को भी दी गई। सूचना मिलते ही भाई मौके पर पहुंच गए। भाई के साथ कुछ और लोग भी पहुंचे। उनके पहुंचते ही पुलिस ने उनसे काफी देर तक बात की और जानकारी लेने का प्रयास किया। पुलिस अलग-अलग बात करके जानकारी एकत्र करने पर लगी हुई है।

आइजी ने किया घटना स्थल का दौरा

चन्दौसी: शहर के बीचों बीच लूट के बाद तीनों लोगों की हत्या की जानकारी मिलने पर जिले की पुलिस अधिकारियों के अलावा आइजी रमित शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी की। साथ ही घर के अंदर जाकर पूरे हालात को देखा। उसके बाद संतोष के परिजनों से भी उन्होंने अलग लेजाकर बात की। लगभग एक घंटे आइजी मौके पर रहे। बाद में पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हत्यारोपियों को तत्काल गिरफ्तार करे। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


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