मासूम की मौत के 22 दिन बाद जागा विभाग, पकड़े गए 16 खूंखार कुत्ते
क्षेत्र के गांव चिमयावली में मीट फैक्ट्रियों से पशुओं के अवशेष को निकट के मैदान में फेंक दिया जाता है। जिसकी वजह से वहां खूंखार कुत्तों का झुंड रहता है। आए दिन खूंखार कुत्ते मासूमों को अपना शिकार बना लेते है। 6 जनवरी को गांव चिमयावली निवासी वसीम के बेटे आफियान (6) प्राथमिक स्कूल के निकट मैदान में खेल रहा था। इस बीच कुत्तों का झुंड वहां पहुंचा और मासूम को नोंच नोंचकर मार डाला। मासूम की मौत के बाद भी खूंखार कुत्तों का आंतक थमा नहीं। कारण था कि प्रशासन मासूम की मौत के बाद भी नहीं जागा था। अब पशुपालन विभाग के नींद टूटी तो कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया। सोमवार को उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एलके गुप्ता टीम के साथ गांव पहुंचे। ¨पजड़े के सहारे टीम ने 16 खूंखार कुत्तों को पकड़ा। जिसके बाद इन कुत्तों को जिले से बाहर जंगल में छोड़ दिया गया। उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एलके गुप्ता ने बताया कि अभियान जारी रहेगा।
सम्भल: कोतवाली क्षेत्र के गांव चिमयावली में कुत्तों के झुंड के नोंचने से हुई मासूम की मौत के मामले में प्रशासन की 21 दिन बाद नींद टूटी। सोमवार को पशुपालन विभाग ने खूंखार कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया। जंगल से कुल 16 खूंखार कुत्तों को पकड़कर जिले से बाहर छोड़ा गया है। अधिकारियों का कहना है यह अभियान जारी रहेगा।
क्षेत्र के गांव चिमयावली में मीट फैक्ट्रियों से पशुओं के अवशेष को निकट के मैदान में फेंक दिया जाता है जिसकी वजह से वहां खूंखार कुत्तों का झुंड रहता है। आए दिन खूंखार कुत्ते मासूमों को अपना शिकार बना लेते है। 6 जनवरी को गांव चिमयावली निवासी वसीम के बेटे आफियान (6) प्राथमिक स्कूल के निकट मैदान में खेल रहा था। इस बीच कुत्तों का झुंड वहां पहुंचा और मासूम को नोंच नोंचकर मार डाला। मासूम की मौत के बाद भी खूंखार कुत्तों का आंतक थमा नहीं। कारण था कि प्रशासन मासूम की मौत के बाद भी नहीं जागा था। अब पशुपालन विभाग के नींद टूटी तो कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया। सोमवार को उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एलके गुप्ता टीम के साथ गांव पहुंचे। ¨पजडे़ के सहारे टीम ने 16 खूंखार कुत्तों को पकड़ा। जिसके बाद इन कुत्तों को जिले से बाहर जंगल में छोड़ दिया गया। उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एलके गुप्ता ने बताया कि अभियान जारी रहेगा।