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16 करोड़ खर्च, तेरह साल का इंतजार, भ्रष्टाचार पर कब पड़ेगी मार

सम्भल 1000 टीडीएस का पानी। ना बाबा ना। कब तक बीमारी लेंगे। अस्पताल जाएंगे। सरकार ने तो हमा

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 11:41 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 11:41 PM (IST)
16 करोड़ खर्च, तेरह साल का इंतजार, भ्रष्टाचार पर कब पड़ेगी मार
16 करोड़ खर्च, तेरह साल का इंतजार, भ्रष्टाचार पर कब पड़ेगी मार

सम्भल : 1000 टीडीएस का पानी। ना बाबा ना। कब तक बीमारी लेंगे। अस्पताल जाएंगे। सरकार ने तो हमारी 13 साल पहले ही सुन ली पर लापरवाही इस सुनवाई पर भारी है। शासन ने 16 करोड़ दिया और ओवरहेड टैंक बनवा दिया लेकिन ठेकेदारों ने ऐसी पाइप लाइन बिछा डाली जो पानी का प्रेशर ही नहीं झेल सका। जब ओवरहेड टैंक से सप्लाई चालू हुई तो पाइप लाइन फट गई और सप्लाई बंद। यह भी मुश्किल से पता चल पाता है कि पाइप लाइन यहां फटी है। लोगों की आशंका है कि परियोजना भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। सामान मानक के विपरीत लगा तो नतीजा सामने है। 12 साल से शुद्ध पानी के इंतजार में जनता 1000 टीडीएस वाला जल ग्रहण कर रही थी। थक हारकर आरटीआइ एक्टिविस्ट गुलजार ने जब नगर पालिका में सूचना का अधिकार कानून के तहत जानकारी मांगी तो बताया गया कि पाइप लाइन का टेंडर हो रहा है पर कोई निविदा ही नहीं डाल रहा है। यानी पुरानी पाइप लाइन को विभाग भी खराब मान चुका है। यानी बिना जल की सप्लाई एक बार भी हुए बिना पाइप लाइन दगा दे गया। लोगों ने जहां सरकार से पानी मांगा वहीं 13 साल से जिनकी लापरवाही से इंतजार किए उन पर जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। अब फरियाद कब सुनी जाएगी यह तो वक्त बताएगा लेकिन हजारों की आबादी शुद्ध पेजयल को तरस रही है।

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क्या है मामला

सम्भल : वर्ष 2007 में सम्भल के एक तिहाई मोहल्लों में खराब पानी के मामले को देखते हुए तत्कालीन बसपा सरकार ने ओवरहेड टैंक की मंजूरी दी। हिदुपुर खेड़ा में ओवर हैड टैंक बन गया लेकिन उस दिन से अब तक यहां पानी की सप्लाई नहीं हो सकी। जो सामान लगाए गए वह भी मानक के तहत नहीं थे। नतीजतन फाल्ट ज्यादा होता गया और सप्लाई कभी भी चालू नहीं हो सकी।

23 लाख लीटर है क्षमता

सम्भल : ओवर हेड टैंक की क्षमता 23 लाख लीटर है। यानी इसमें इतना पानी आएगा कि इस एक तिहाई आबादी को हर समय शुद्ध जल मिलेगा। लोगों को न 1000 टीडीएस वाले हैंडपंपों पर निर्भर रहना पड़ेगा न लाइन लगानी पड़ेगी। इतना ही नहीं आरओ का पानी भी नहीं खरीदना पड़ेगा। आरटीआइ एक्टिविस्ट ने उठाए सवाल

सम्भल : आरटीआइ एक्टिविस्ट व ख्वाज खां सराय निवासी गुलजार ने ईओ से सूचना का अधिकार कानून के तहत जानकारी मांगी। जवाब आया कि नई पाइप लाइन डाली जाएगी। निविदा प्रकाशित कर चुके हैं लेकिन कोई टेंडर डालने आया ही नहीं। यानी मामला फिर लटका। आरटीआइ एक्टिविस्ट का सवाल है कि जो पुरानी पाइन लाइन पड़ी थी यानी वह मानक के विपरीत रही। तभी तो सप्लाई के साथ ही फटती रही।

सात मुहल्लों में सप्लाई

सम्भल : पाइप लाइन चालू होने के बाद शहर के हिदुपुर खेड़ा, दीपा सराय, रायसत्ती, तिमरदास सराय लोधी सराय, शहबाजपुरा, ख्वाज खां सराय के हजारों लोगों को राहत मिलेगी। इन्हें घर में ही शुद्ध पेयजल मिल जाएगा। पाइप लाइन को लेकर अब तक मामला मेरे संज्ञान में नहीं था। यह गंभीर प्रकरण है। इसकी फाइल मंगाई जाएगी। प्राथमिकता जल्द से जल्द पानी की सप्लाई की रहेगी। इसके बाद मानक के विपरीत काम हुआ है तो इसकी भी जांच की जाएगी।

दीपेंद्र यादव एसडीएम सम्भल


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