औघड़दानी नर्मदेश्वर महादेव का किया भव्य श्रृंगार
श्रावण मास के अंतिम सोमवार को औघड़दानी नर्मदेश्वर महादेव का भव्य श्रृंगार किया गया। रक्षाबंधन पर महादेव को बड़ी राखी बांधकर श्रद्धालुओं ने आशीर्वाद प्राप्त किया। महादेव को छप्पन भोग अर्पण कर महाआरती उतारी गई।
सहारनपुर, जेएनएन। श्रावण मास के अंतिम सोमवार को औघड़दानी नर्मदेश्वर महादेव का भव्य श्रृंगार किया गया। रक्षाबंधन पर महादेव को बड़ी राखी बांधकर श्रद्धालुओं ने आशीर्वाद प्राप्त किया। महादेव को छप्पन भोग अर्पण कर महाआरती उतारी गई।
सोमवार को राधा विहार स्थित औघड़दानी नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में श्री रामकृष्ण विवेकानंद संस्थान के तत्वावधान में आयोजित श्रावण मास पूजा, महारूद्राभिषेक एवं शिव महापुराण कथा को यज्ञ के माध्यम से पूर्णाहुति कर विश्राम दिया गया। औघड़दानी नर्मदेश्वर महादेव का भव्य ज्योर्तिलिग श्रृंगार कर महादेव को बड़ी राखी बांधी गई। इससे पूर्व महादेव का रूद्रीपाठ महिमन्न स्त्रोत से महारूद्राभिषेक किया गया। छप्पन भाग और महाआरती के बाद शिव-पार्वती को कैलाश प्रस्थान हेतु विदाई दी गई। स्वामी कालेद्रानंद महाराज ने कहा कि सदाशिव का श्रृंगार जीव की आत्मा का श्रृंगार है। शिव-पार्वती ही संपूर्ण ब्रह्मांड के मूल चेतन भाव हैं, जिससे सृष्टि गतिमान बनी रहती है। उन्होंने कहा कि शिव संतुलन के देव हैं। वे त्रिगुणात्मक सत्ता को धारण करने वाले महादेव हैं। शिव का संतुलन ही जगत का कल्याण करता है, जबकि सृष्टि का असंतुलन ही माया रूपी बंधन है। इस अवसर पर अरूण स्वामी, मेहरचंद जैन, नरेश चंदेल, राजेंद्र धीमान, अश्वनी कांबोज, शिवम, हर्ष, करण, वर्षा, किरण, सुचेता,बबीता उमा व संगीता आदि मौजूद रहे। उधर, महानगर के विभिन्न मंदिरों में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का जलाभिषेक करने के बाद घरों पर रक्षाबंधन पर्व मनाया।