खटौली में महिलाएं राशन डिपो होल्डर के समर्थन में उतरीं
देवबंद में खटौली गांव में निलंबित राशन की दुकान को बहाल कराने की मांग के लिए रविवार को कुछ महिलाएं राशन डिपो होल्डर के पक्ष में उतर आई हैं। महिलाओं ने राशन की दुकान पर पहुंचकर डिपो होल्डर के समर्थन में नारे लगाए।
सहारनपुर, जेएनएन। देवबंद में खटौली गांव में निलंबित राशन की दुकान को बहाल कराने की मांग के लिए रविवार को कुछ महिलाएं राशन डिपो होल्डर के पक्ष में उतर आई हैं। महिलाओं ने राशन की दुकान पर पहुंचकर डिपो होल्डर के समर्थन में नारे लगाए।
बता दें कि बीते शुक्रवार को नागल क्षेत्र के खटौली गांव के काफी संख्या में ग्रामीण आपूर्ति विभाग के कार्यालय पहुंचे थे और आपूर्ति विभाग के अधिकारियों पर राशन डीलर के निलंबित लाइसेंस को नियम विरुद्ध बहाल किए जाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया था। मसले को लेकर एसडीएम को ज्ञापन देकर जांच की मांग की गई थी। समर्थन में उतरीं महिलाओं का कहना था कि गांव के कुछ लोग राशन डिपो होल्डर से रंजिश रखते हैं। मसले की जांच की तो मामला झूठा निकला और डीएम के आदेश पर ही राशन की दुकान का लाइसेंस बहाल किया गया। अब दोबारा से वही लोग राशन डिपो होल्डर के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। इस मौके पर कुसुम, नसीमा, शबनम, अगूंरी, राजबाला, प्रेम बाला, परवीन, शमशीदा, सोनिया, बाला, रेशमा, रुकमणी, अंजू, अतरकली शामिल रहीं।
गंगोह में फसल कटाई के बावजूद बढ़ रहे भूसे के दाम
गंगोह: फसल कटाई आरंभ होने के बावजूद इस बार भूसे का दाम बढ़ गया है। पशुपालकों का कहना है कि आगे दाम और बढ़ सकते हैं।
गेहूं की कटाई आरंभ हो चुकी है, जल्दी ही तेजी पकड़ लेगी, जो किसान अपना गेहूं मशीन के बजाए हाथ से काटकर गहाई कराते हैं उनको भूसा प्राप्त हो जाता है। मशीन से कटाई करने से भूसा सही से प्राप्त नहीं हो पाता। इसके अलावा फैक्ट्री में इसकी आवक होने से भाव बढ़ना बताया जा रहा है। इस संबंध में रविवार को पशुपालक अय्यूब, यशपाल, ईलम, हरबीर आदि का कहना है कि महंगाई लगातार बढ़ने से पशु पालना मुश्किल हो रहा है। थोक में भूसे का व्यापार करने वाले लोग प्रति बीघा के हिसाब से इसे खरीद लेते हें।
चार साल पहले, जहां प्रति बीघा का दाम आठ सौ रुपये था वही इस साल बढ़कर यह 1500 से भी अधिक हो गया है। इस समय बाजार में भूसा छह रुपये किलो के हिसाब से बिक रहा है। इसके दाम और ज्यादा बढ़ने की संभावना है।