सख्ती हुई तो गोकुशी छोड़ी, हथियारों की फैक्ट्री शुरू की
कुतुबशेर थाना पुलिस ने अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आर्डर पर इस फैक्ट्री में बड़ी संख्या में अवैध हथियार बनाए जा रहे थे।
सहारनपुर, जेएनएन। कुतुबशेर थाना पुलिस ने अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। इस फैक्ट्री में तमंचे, मस्कट, कारतूस आदि बनाया जा रहा था। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वे गोकुशी करते थे, लेकिन योगी सरकार आने के बाद इस धंधे को छोड़ना पड़ा और फिर तमंचे बनाने शुरू कर दिए। वर्तमान में चुनाव के समय मांग अधिक होने के कारण रात-दिन हथियार बनाए जा रहे थे। आरोपित मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, शामली आदि जिलों में तमंचों की सप्लाई कर रहे थे। पुलिस उन लोगों का पता लगा रही है, जिन्हें आरोपितों ने हथियार बेचे हैं।
पुलिस लाइन के सभागार में एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि कुतुबशेर थाना प्रभारी पीयूष दीक्षित ने मुखबिर की सूचना पर अपनी टीम के साथ एकता कालोनी में खाली पड़े मकान में छापा मारा। यहां से पुलिस ने मोहम्मद साजिद पुत्र मोहम्मद इकराम निवासी मोचियों वाला मोहल्ला ढोलीखाल, आसिफ पुत्र हनीफ चीका निवासी ढोलीखाल को हिरासत में लिया। आरोपितों के पास से 11 बने हुए तमंचे, चार मस्कट (हाफ बंदूक) 15 अधबने तमंचे और हथियार बनाने के उपकरण, ड्रिल मशीन, आरी, एक रसायन मशीन, रेती, छेनी, वेल्डिग मशीन, संडासी आदि सामान बरामद हुए। दोनों आरोपितों का रिकार्ड खंगाला गया तो पता चला कि वे गोकुश हैं और इन पर 20 से 25 मुकदमे गोवंश कटान के दर्ज हैं। दोनों आरोपित थाने के टाप टेन अपराधी भी हैं। आरोपितों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया। जेल से आने के बाद
शुरू किया धंधा
पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि वे करीब छह माह पूर्व गोवंशी कटान के आरोप में जेल में बंद थे। जमानत होने के बाद उन्होंने यह धंधा बंद किया। इसके बाद तमंचे बनाने शुरू कर दिए। जेल में जो दोस्त आरोपितों के बने, उनके माध्यम से तमंचे सप्लाई करने शुरू कर दिए।