जब तक गेहूं की तौल नहीं होगी तब तक जारी रहेगा धरना
बड़गांव में गेहूूं खरीद नहीं होने से गुस्साए किसान सहकारी समिति मियानगी पर पिछले चार दिन से धरनारत हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। बड़गांव में गेहूूं खरीद नहीं होने से गुस्साए किसान सहकारी समिति मियानगी पर पिछले चार दिन से धरनारत हैं। उनका कहना है कि 15 जून को सरकार ने 22 जून तक गेहूूं तौल करने के आदेश जारी किये थे, लेकिन क्रय केन्द्र प्रभारी ने 28 मई के टोकन का तौल भी नहीं किया ओर कुछ अपने लोगों के गेहूूं को रातों रात तौल दिया। सरकार द्वारा बढ़ाये गये सात दिनों में से आज चौथे दिन भी तौल नही किया, जिससे किसान दिन रात जंगल में लाइन में लगे वाहनों की का पहरा दे रहे हैं।
पिछले चार दिन से चल रहे धरने में पंहुचकर शनिवार को भारतीय किसान संगठन के जिलाध्यक्ष अजबसिंह ने समर्थन किया। कहा कि जब तक किसानों के गेहूूं की तौल नहीं होगी तब तक धरना जारी रहेगा। इसके लिए भले ही भूख हड़ताल शुरू करनी पडे। इस तौल केंद्र पर अभी तक भाकिसं के ब्लाक अध्यक्ष सतेंद्र सिंह किसानों का गेहूूं तौल कराने को संघर्ष कर रहे थे। शनिवार दोपहर भाकिम संगठन के जिलाध्यक्ष ने धरनास्थल पंहुचकर संघर्ष करने का एलान कर दिया है। धरने पर शब्बीरपुर, चंदपुर, रेडा, सिरसली, शिवदासपुर के किसान मौजूद रहे।
कोरोना संक्रमण घटते ही बढ़ गई है लापरवाही
गंगोह: कोरोना की चाल जिस तरह सुस्त पड़ रही है। उसी तरह लोगों के अंदर लापरवाही भी बढ़ती जा रही है। लगातार बढ़ती जा रही लापरवाही कहीं संक्रमण को बढ़ा न दें।
मई माह से ही कोरोना संक्रमण में गिरावट आ गई थी, जिसके बाद सरकार ने लोगों को कोरोना गाइड लाइन के पालन करने की हिदायत देते हुए छूट प्रदान कर दी थी। इस समय शनिवार व रविवार को कोरोना कर्फ्यू कोरोना कर्फ्यू लगाया हुआ है लेकिन लोग इसे भी मान नहीं रहे हैं। लॉकडाउन हटने के बाद शनिवार को आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को खोलने की छूट दी गई थी। सरकार द्वारा लोगों से गाइड लाइन का पालन करने की अपील की थी लेकिन शनिवार को कही भी ऐसा नही दिखा कि लोग कोरोना से डर रहे हैं। बाजार बंदी के आदेशों के बावजूद अधिकतर दुकानदार सुबह ही घरों से निकल कर अपनी दुकानों के बाहर बैठ गए तथा ग्राहक के आते ही शटर उठा कर सामान बेच लिया। दोपहर तक यही सिलसिला चलता रहा। सरकार बार-बार तीसरी लहर के आने की आशंका जता रही है। हालांकि सरकार उससे निपटने के इंतजाम कर लेने की बात कर रही है लेकिन यदि लोगों की लापरवाही जारी रही तो संक्रमण को लौटने से कैसे रोका जा सकेगा।