लॉकडाउन में पहले से ज्यादा बढ़ी महिलाओं की जिम्मेदारी, परिवार के साथ-साथ रखतीं हैं अपने भी सेहत का ख्याल Saharanpur News
दैनिक जागरण द्वारा मदर्स-डे पर वेबिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान महानगर में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत लब्ध प्रतिष्ठित महिलाओं से बातचीत कर उनके विचार साझा किए।
सहारनपुर, जेएनएन। दैनिक जागरण द्वारा मदर्स-डे पर वेबिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान महानगर में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत लब्ध प्रतिष्ठित महिलाओं से बातचीत कर उनके विचार साझा किए। कोरोना लॉकडाउन के चलते महिलाओं ने देश व समाज के प्रति अपनी चिंता को बखूबी बताया। उनका कहना था कि लॉकडाउन में हमारी जिम्मेदारी पहले से ज्यादा बढ़ गई है। परिवार को सुरक्षित रखने के साथ ही गरीबों के लिए जो कुछ भी हो सके, उसे करने को आगे आना चाहिए। जागरण की पहल पर सभी ने प्रकृति की सुरक्षा के लिए स्वयं ओर परिवार के सदस्यों से एक-एक पौधा लगवाने का संकल्प भी लिया।
साफ-सफाई से दें कोरोना को मात
कोरोना महामारी के कारण हमें स्वयं की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना होगा। हर काम के बाद हाथ धोने से परहेज न करें। साबुन से बार-बार हाथ धोएं। महामारी से बचाव को घर पर रहें, सुरक्षित रहें। -डा.मानसी मेंहदीरत्ता, डेंटल सर्जन।
हम स्वयं को ज्यादा जाने
कोरोना लॉकडाउन में हमें यह मौका मिला है कि स्वयं को पहले से ज्यादा जाने, परिवार के हर सदस्य और निकट आएं है। हमें सरकार के हर दिशा निर्देश का पालन करते हुए घर पर ही रहना है तभी सब सुरक्षित रहेंगे। -सारिका शर्मा, योगा अध्यापिका।
जरूरतमंदों की सहायता
लायनेस क्लब सेंटेनियल हमेशा से ही गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता कर रहा है। खाना और मास्क बांटे गए। हर किसी को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। एक परिवार की सहायता एक सदस्य करें, इसी मिशन को घर से पूरा कर रहे हैं। -नेहा वर्मा, सचिव लायनेस क्ल्ब सेंटेनियल।
मेरे लिए देश सर्वोपरि
महामारी के दौर में सबसे पहले मेरे लिए देश सर्वोपरि है। हर किसी को महामारी से बचाव के प्रति जागरूक करना और घर में रहने के लिए प्रेरित कर रही हूं। हम सरकार के सभी नियमों को फालो करें। खुद सुरक्षित रहे और दूसरों को भी जागरूक करें। -फरहा फैज, अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट।
प्रकृति के करीब आएं
मदर्स-डे पर प्रकृति ने कोरोना के रूप में चेतावनी दी है। जो भी संसाधन जैसे पानी, बिजली और प्राकृतिक चीजें हैं, उन्हें कदापि वेस्ट न करें। हम स्वयं अनुशासित होंगे तो बच्चों में भी यही भाव पैदा होंगे। -विधि विरमानी, अध्यापिका।
अच्छाई की तलाश करें
हमें बुराई के पीछे छिपी अच्छाई की तलाश करनी चाहिए। डांस के जरिए स्टेमिना डेवलप कर सकते हैं। हमेशा सकारात्मता की तलाश करें। घर पर ही रहकर हमेशा हरदम कुछ सभी को नया करना चाहिए। -प्रिया बजाज, डांस टीचर-कोरियोग्राफ
स्वयं को बचाएं
देश बचेगा कोरोना में हमें सबसे पहले स्वयं को सुरक्षित कर बचाना होगा तभी देश बचेगा। इस मदर्स-डे पर ईश्वर से यही प्रार्थना है कि कोरोना फिर कभी न आए। यह जल्दी खत्म हो और देश भी प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सके। -पूनम बाली, ब्यूटीशियन।