दो बाइकों की टक्कर में दो की मौत, तीन गंभीर
गंगोह में बुधवार देर शाम दो बाइकों में टक्कर हो गई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए। घायलों को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
सहारनपुर, जेएनएन। गंगोह में बुधवार देर शाम दो बाइकों में टक्कर हो गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। घायलों को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
गंगोह-सलारपुरा मार्ग पर देर शाम गांव सलारपुरा के नजदीक दो बाइकों में हुई टक्कर के बाद सभी सवार सड़क पर जा गिरे। हादसे के बाद आसपास के लोग व पुलिस आ गई। 108 पर सूचना दी। सूचना मिलने के बाद निरीक्षक विपिन मौर्य पुलिस बल को साथ लेकर घटना स्थल पर पहुंचे इससे पूर्व सभी घायलों को सीएचसी ले जाया गया, जहां दो को चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। एक महिला समेत तीन घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया तथा उसके बाद उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। तीनों घायलों के बेहोश होने के कारण जानकारी नहीं मिल सकी कि घायल कहां के थे। निरीक्षक विपिन मौर्य ने बताया कि मृतकों की पहचान कर ली गई है तथा उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है। करनाल का रणधीर सिंह बताया है। मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
छात्रवृत्ति घोटाले में कई कालेज रहे शामिल, सहारनपुर: जिले के कालेजों में छात्रवृत्ति के घोटाले लगातार सामने आते रहे है। वर्ष-2016 में घोटाले में जिले के 32 कालेजों पर रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद 24 कालेजों को ब्लैक लिस्ट किया गया था। बुधवार को उत्तराखंड एसआईटी द्वारा चार संस्थानों में करोड़ों के छात्रवृत्ति घपले में संचालक को गिरफ्तार किया गया। माना जा रहा है कि कई अन्य संस्थान भी जांच के घेरे में आ सकते है।
जिले में 2016 में छात्रवृत्ति एवं प्रतिपूर्ति के करोड़ों रुपये का घोटाला सामने आया था, उस समय 32 कालेजों के खिलाफ छात्र-छात्राओं के छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति हड़पने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया था। यह मुकदमा इन कालेजों के प्रबंधकों पर लखनऊ से आई जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर कराया गया था। हालांकि कालेजों ने बाद में हाईकोर्ट से स्टे ले लिया था। बुधवार को एसआईटी उत्तराखंड ने जिले में संचालित चार संस्थानों में 3.46 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में इन कालेजों के संचालक को गिरफ्तार किया है। संचालक के पकड़े जाने के बाद जिले के उन कालेज संचालकों की धड़कने बढ़ गई है जिनके यहां पूर्व में छात्रवृत्ति के मामलों में अनियमितता के आरोप लगे थे।