प्रेम संबंधों में बाधक बनने पर हुई थी अरुण की हत्या
थाना गागलहेडी क्षेत्र में 20 दिन पूर्व रेलवे लाइन पर मृत मिले अरुण की हत्या उसकी पत्नी से प्रेम संबंधों में बाधक बनने पर की गई थी। थाना गागलहेडी पुलिस ने हत्या में शामिल तीनों युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हत्याकांड का राजफाश करने वाली टीम को एसएसपी दिनेश कुमार पी ने दस हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है।
सहारनपुर, जेएनएन। थाना गागलहेडी क्षेत्र में 20 दिन पूर्व रेलवे लाइन पर मृत मिले अरुण की हत्या उसकी पत्नी से प्रेम संबंधों में बाधक बनने पर की गई थी। थाना गागलहेडी पुलिस ने हत्या में शामिल तीनों युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हत्याकांड का राजफाश करने वाली टीम को एसएसपी दिनेश कुमार पी ने दस हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है।
पुलिस लाइन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि थाना गागलहेडी के गांव हसनपुर भलस्वा निवासी पप्पू पुत्र लच्छू ने 8 फरवरी को थाने पर तहरीर देकर अपने बेटे 26 वर्षीय अरुण कुमार की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तलाश करते समय परिजनों को एक व्यक्ति का शव रेलवे लाइन पर होने की सूचना मिली। परिजनों ने शव को देख उसकी शिनाख्त अरुण के रूप में करते हुए कहा था कि अरुण की हत्या कर शव रेलवे लाइन पर डाला गया है। घटना का संज्ञान लेते हुए उन्होंने अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। पिछले 20 दिन से पुलिस इस हत्याकांड के राजफाश में लगी थी। एसपी सिटी विनीत भटनागर व सीओ चंद्रपाल शर्मा के नेतृत्व में गागलहेडी पुलिस ने एक सूचना के आधार पर सोहन वाल्मीकि पुत्र गोवर्धन, विकास उर्फ गुल्ली पुत्र सतीश व आशु उर्फ बिनौला पुत्र रामपाल निवासी ग्राम हसनपुर भलस्वा को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि गुल्ली के संबंध अरुण की पत्नी से थे, और आशु के संबंध में अरुण की चचेरी बहन से थे, अरुण की चचेरी बहन ने ही सोहन की दोस्ती एक लड़की से कराई थी। इसकी जानकारी होने पर अरुण गुल्ली को जान से मारने की धमकी देने लगा था। अरुण के रोड़ा बनने पर उन तीनों ने उसे मारने की योजना बनाई और अधिक शराब पिलाकर पत्थर से उसके सिर पर वार कर दिया जिससे अधिक खून बह जाने पर उसकी मौत हो गई। इसके बाद उन्होंने उसकी लाश को खींचकर रेलवे लाइन पर डाल दिया। तीनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल (पत्थर) भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। एसएसपी ने हत्याकांड का राजफाश करने वाली टीम में थानाध्यक्ष गागलहेडी आदेश त्यागी, एसआई विजय सिंह, कांस्टेबल अनुज सिरोही, उत्तम राठी व तरुण शर्मा को दस हजार रुपये का ईनाम देने की घोषणा की है।
अरुण हत्याकांड : तीन दोस्तों की इश्किया में मारा गया अरुण
जागरण संवाददाता, सहारनपुर: कहावत है कि किसी भी विवाद की जड़ जर, जोरू और जमीन रही है। अरुण की हत्या के पीछे भी प्यार मोहब्बत की कहानी सामने आई है। इस कहानी में तीनों ही आरोपितों के नाजायज संबंध थे।
अरुण की हत्या के पीछे जो कहानी सामने आई है उसके मुताबिक सोहन स्टार पेपर मिल में सफाई कर्मचारी है। उसके गांव के ही विकास उर्फ गुल्ली व आशु उसके दोस्त हैं। अरुण की चचेरी बहन आशु की गर्लफ्रेंड है। उसने ही सोहन की दोस्ती एक लड़की से कराई थी, जिससे उसके संबंध करीब दो साल से हैं। इन संबंधों के बारे में अरुण को जानकारी हो गई थी। अरुण ने इसका विरोध किया तो उसने उससे संबंध न रखने का वादा किया था। इसके बावजूद मिलना जुलना बरकरार रहा था। इसके चलते 5 फरवरी को अरुण ने उसे देख लेने की धमकी दी तथा आशु व अरुण की चचेरी बहन के संबंधों में रोड़ा अटकाने लगा था। उसने बताया कि विकास उर्फ गुल्ली के संबंध अरुण की पत्नी से थे। इस बात का भी अरुण को पता चल गया था। इसके चलते अरुण गुल्ली को भी मारने की धमकी देने लगा था। तब उन तीनों ने बैठकर अरुण को बीच से हटाने की योजना बनाई। योजना के अनुसार सात फरवरी की शाम वे शराब पिलाने के बहाने अरुण को गांव से अपने साथ मोटर साइकिल पर बैठाकर ले आए थे। अरुण ने पहले भी शराब पी रखी थी। बताया कि नन्हेडा गाजी की ओर रेलवे लाइन के किनारे चकरोड पर बैठकर उन चारों ने शराब पी। योजना के अनुसार अरुण को ज्यादा शराब पिलाई ताकि वह उनका विरोध न कर सके। जब उसे नशा हो गया तो उसने पास में पड़ा एक पत्थर उठाकर अरुण के सिर पर दे मारा और 3-4 वार किए, जिससे अरुण के सिर से काफी खून बह गया। जब अरुण की मौत हो गई तो उन तीनों ने अरुण को पकड़कर घसीटते हुए रेलवे लाइन की दूसरी पटरी पर ले जाकर रख दिया, ताकि लोग समझें की अरुण ने आत्महत्या की है।