मानसून की पहली बारिश ने ही मचाया कोहराम
लंबे इंतजार के बाद हुई झमाझम बारिश से जहां धरती की प्यास बुझी तथा लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं जलभराव ने कोहराम मचा दिया। हालात यह रहे कि घरों बाजारों व मुख्य मार्गों में भारी जल भराव होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सहारनपुर, जेएनएन। लंबे इंतजार के बाद हुई झमाझम बारिश से जहां धरती की प्यास बुझी तथा लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं जलभराव ने कोहराम मचा दिया। हालात यह रहे कि घरों, बाजारों व मुख्य मार्गों में भारी जल भराव होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मंगलवार की सुबह घने बादलों व ठंडी हवाओं के चलने से पसीने से डूबे लोगों को राहत प्रदान करने वाली साबित हुई। सुबह 09 बजे के करीब हल्की बूंदाबांदी के बाद हुई झमाझम बारिश ने मौसम के मिजाज को पूरी तरह से पलट कर रख दिया था। हालात यह रहे की 35 से 40 डिग्री के बीच अठखेलियां कर रहा पारा 10 से 12 डिग्री तक गिरा। मंगलवार को तापमान 26.5 डिग्री तथा न्यूनतम 24.8 डिग्री और वर्षा 23 एमएम रिकार्ड की गई। इतनी बारिश ने ही स्मार्ट सिटी की सूरत बदल कर रख दी तथा अनेक क्षेत्रों में जल भराव से लोग परेशान रहे। इन बाजारों व क्षेत्रों में भरा पानी
बारिश के दौरान शहर के प्रमुख नखासा बाजार में घुटनों तक पानी भरने व दुकानों में घुसने से लाखों का माल खराब हो गया। सूचना दिए जाने पर निगम कर्मचारियों ने मौके पर पहुंच कर किसी प्रकार गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था की। इसके अलावा चौकी सराय, रानी बाजार में जलभराव से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शारदा नगर, पीर वाली गली, धोबी वाला, इंदिरा चौक, डिफेंस कालोनी, हनुमान नगर, प्रकाश लोक, नंदपुरी, नवीन नगर, ओजपुरा क्षेत्रों की गलियों व मोहल्लों में पानी घरों में भर गया तथा लोग अनेक स्थानों पर गंदा पानी निकालने में लगे रहे। खोदी गई सड़कों से निकलना हुआ मुहाल
सड़कों को स्मार्ट बनाने तथा सीवर लाइन डालने को खोदी गई सड़कें बरसात में मुसीबत साबित हुई तथा आवागमन मुश्किल हो रहा है। एरिया बेस डेवलपमेंट (एबीडी) में शामिल 21 वार्डों की दर्जनों कालोनियों के लोग जलभराव व गंदगी से परेशान हें तथा घरों से निकलना तक भारी पड़ रहा है। ऐसी ही स्थिति घंटाघर, कोर्ट रोड, सोफिया मार्कीट रोड रेलवे रोड आदि की है। नालों की सफाई के दावे खोखले साबित
पहली बरसात में नगर निगम के लाखों खर्च कर नालों की सफाई के दावे पूरी तरह से खोखले साबित हुए। गंदे पानी की निकासी अवरूद्ध रहने के कारण अनेक क्षेत्रों में जल भराव व गंदगी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। वैसे दैनिक जागरण ने पूर्व में ही गंदगी से अटे नाले बरपायेंगे कहर, खबर से निगम को चेताने का प्रयास किया था। लेकिन लचर नीतियों के चलते खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। कई दिन जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
मौसम वेधशाला प्रभारी उमेश कुमार के मुताबिक बारिश का यह सिलसिला करीब एक सप्ताह तक जारी रहने की संभावना है। इस दौरान तेज हवाओं के साथ कहीं तेज तो कहीं मध्यम बारिश हो सकती है। मानसून की दस्तक के बाद थम थम कर वर्षा होने की संभावना है। धान की फसल के लिए लाभकारी
भीषण गर्मी के बाद मूसलाधार बारिश से जहां किसानों के चेहरे खिल गए हैं तथा धान की फसल लगाने को चितित किसानों को राहत मिली है वहीं कृषि वैज्ञानिक भी बारिश को धान की फसल के लिए लाभकारी बता रहे हैं। बारिश से किसानों की सिचाई की समस्या का भी समाधान होगा।