पेट्रोल-डीजल महंगा होने से आम लोगों पर बोझ
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार को संसद में रखा गया। पेट्रोल-डीजल पर 1-1 प्रतिशत सेस लगाने की घोषणा का आम लोगों पर असर पड़ेगा।
सहारनपुर, जेएनएन। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार को संसद में रखा गया। पेट्रोल-डीजल पर 1-1 प्रतिशत सेस लगाने की घोषणा का आम लोगों पर असर पड़ेगा। शुक्रवार को संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए बजट में पेट्रोल-डीजल पर 1-1 प्रतिशत अतिरिक्त सेस लगाने का फैसला किया गया, जिससे दोनों के दामों में वृद्धि होगी। आम आदमी पर इसका असर पड़ेगा। मध्यम वर्ग बहुतायत में दुपहिया वाहनों का इस्तेमाल करता है। पेट्रोल के दाम में वृद्धि से उनकी जेब ढीली होगी। घरेलू जरूरत की वस्तुओं के दामों में वृद्धि होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता। अमूमन पेट्रोल और डीजल के दाम रोजाना घटते-बढ़ते रहते है। सेस लगाने से इनके दाम और बढ़ जाएंगे। इनका कहना है-
पेट्रोल-डीजल के दाम पहले ही काफी ज्यादा है। सेस लगाने के बाद दाम और बढ़ जाएंगे। सरकार को अपने फैसले पर पुर्नविचार करना चाहिए।
रूचि यादव,बेरीबाग। तेल पर सेस लगाने को कोई औचित्य नही बनता। सरकार का यह कदम महंगाई बढ़ाने वाला साबित होगा।
सोनिया यादव, टीचर्स कालोनी। घरेलू जरूरत की वस्तुएं पहले से ज्यादा महंगी हो जायेगी। दाल-सब्जी आदि सभी पर महंगाई का असर पड़ेगा।
अनीता तिवारी, हकीकत नगर। लोकसभा चुनाव से पहले सरकार ने सेस लगाने का कोई संकेत नही दिया था। चुनाव जीतने के बाद ऐसा करना जनता पर बोझ डालने के समान है।
दीपक चड्ढ़ा, हकीकत नगर।