बढ़ता गन्ना रकबा शुगर इंडस्ट्री के लिए शुभ संकेत: डीसीओ
जनपद में चल रहे गन्ना सर्वे कार्य के रुझान से विभाग में एक बार गन्ना रकबा बढ़ने के संकेत मिले हैं। विभाग इसे शुगर इंडस्ट्री के लिए शुभ संकेत मान रहा है। विभाग का मानना है कि इस साल करीब पांच प्रतिशत गन्ना रकबा बढ़ेगा। इतना ही नहीं पेराई सत्र 2020-21 में क्राप कटिग भी 870 कुंतल प्रति हेक्टेयर होने की संभावना जताई जा रही है।
सहारनपुर, जेएनएन। जनपद में चल रहे गन्ना सर्वे कार्य के रुझान से विभाग में एक बार गन्ना रकबा बढ़ने के संकेत मिले हैं। विभाग इसे शुगर इंडस्ट्री के लिए शुभ संकेत मान रहा है। विभाग का मानना है कि इस साल करीब पांच प्रतिशत गन्ना रकबा बढ़ेगा। इतना ही नहीं पेराई सत्र 2020-21 में क्राप कटिग भी 870 कुंतल प्रति हेक्टेयर होने की संभावना जताई जा रही है।
जनपद में इन दिनों गन्ना सर्वे कार्य चल रहा है। दो चीनी मिल क्षेत्रों में सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। हालांकि अभी गन्ना सर्वे का कार्य पूरा नहीं हुआ है परंतु अभी तक जो रुझान सामने आए हैं उससे एक बार फिर यह संकेत मिले हैं कि किसानों का रुझान एक बार फिर गन्ने की ओर हो रहा है। यही कारण है कि लगातार दूसरे साल गन्ना रकबा बढ़ने जा रहा है। पेराई सत्र 2019-20 में गन्ना रकबा एक लाख हेक्टेयर से बढ़कर एक लाख 384 हेक्टेयर हुआ था। जबकि उससे पहले गन्ना रकबा पिछले कई साल से एक लाख हेक्टेयर से कम था। जिला गन्ना अधिकारी कृष्ण मोहन मणि त्रिपाठी ने अपने कार्यालय में मीडिया को बताया कि जनपद में अभी दया शुगर मिल गागलहेडी व उत्तम शुगर मिल शेरमऊ में सर्वे कार्य पूरा हो चुका है। दया शुगर मिल में 1091 हेक्टेयर रकबा बढ़ा है। पेराई सत्र 2019-20 में इसका रकबा 8606 हेक्टेयर था। जबकि इस वर्ष यह 9697 हो गया है। इसी तरह शेरमऊ चीनी मिल का रकबा 1187 हेक्टेयर बढ़ा है। पेराई सत्र 2019-20 में इसका रकबा 16244 हेक्टेयर था इस साल यह बढ़कर 17,431 हेक्टेयर हो गया है। इसी तरह अन्य चीनी मिल क्षेत्रों में भी रकबा बढ़ रहा है। इससे साफ है कि इस बार करीब पांच प्रतिशत रकबा बढ़ेगा जो चीनी मिलों के लिए शुभ संकेत है। साथ ही प्रति हेक्टेयर गन्ना उत्पादन भी बढने की संभावना है। डीसीओ त्रिपाठी ने बताया कि गन्ना समितियों के चुनाव का कार्यक्रम भी घोषित हो चुका है, जो चार अगस्त से 28 अगस्त तक चलेगा।