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नींबू पानी से करें दिन की शुरुआत, हल्दी दूध से खत्म : डा. राहुल

कोरोना को हराने के लिए खानपान बेहतर होना जरूरी है। शहर के प्रसिद्ध डाक्टर राहुल सिंह का कहना है कि यदि कोई कोरोना पाजिटिव है या नहीं भी है सभी को दिन की शुरुआत नींबू पानी के साथ करनी चाहिए। रात में सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना चाहिए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 May 2021 07:35 PM (IST)Updated: Wed, 26 May 2021 07:35 PM (IST)
नींबू पानी से करें दिन की शुरुआत, हल्दी दूध से खत्म : डा. राहुल
नींबू पानी से करें दिन की शुरुआत, हल्दी दूध से खत्म : डा. राहुल

जागरण संवाददाता, सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना को हराने के लिए खानपान बेहतर होना जरूरी है। शहर के प्रसिद्ध डाक्टर राहुल सिंह का कहना है कि यदि कोई कोरोना पाजिटिव है या नहीं भी है, सभी को दिन की शुरुआत नींबू पानी के साथ करनी चाहिए। रात में सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना चाहिए। इससे शरीर की सभी बीमारियां दूर होंगी। कोरोना ही नहीं, किसी भी बीमारी का वायरस पास तक नहीं आएगा।

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डा. राहुल सिंह ने बताया कि वर्तमान में कोरोना का कहर जारी है। हालांकि जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या कम हुई है। बावजूद इसके इस बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए। प्रदेश सरकार ने जो नियम बनाए हैं, वह एकदम सही हैं। इसलिए इस वायरस से बचने के लिए लोगों को शारीरिक दूरी का पालन करना चाहिए। बिना मास्क के अपने घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। डा. का कहना है कि सुबह के समय छह बजे तक इंसान को उठ जाना चाहिए। इससे जल्दी उठेंगे तो और फायदेमंद होगा। उठते ही गर्म पानी के एक गिलास में पूरा नींबू निचोड़कर पीना चाहिए। सुबह के समय नाश्ते में गेहूं व जौ का दलिया लेना चाहिए। दोपहर के खाने में हरी सब्जी लेनी चाहिए। सलाद लेना जरूरी है। इसके अलावा रात में खाने के बाद हल्दी वाला दूध लेना चाहिए। इससे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है।

दंपती ने हौसले के साथ घर पर ही दी कोरोना को मात

सहारनपुर : कोरोना को घर में भी रहकर मात दी जा सकती है। जरूरी नहीं है कि अस्पताल में भर्ती होना पड़े। यदि अधिक समस्या नहीं है तो अपने घर पर ही उपचार ले तो बेहतर होगा। ऐसे जिले के बड़ी संख्या में लोग हैं, जिन्होंने अपने घर पर ही कोरोना का उपचार किया और हराया। गंगोह के रहने वाले एक दंपती ने भी कोरोना को अपने घर पर रहकर मात दी है।

गंगोह के लाला किशनचंद राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्य डा. वर्तिका ढिल्लन ने बताया कि उनकी ड्यूटी पंचायत चुनाव में लगी थी। जब वह ड्यूटी से लौटकर आई तो उसके कुछ दिन बाद उन्हें बुखार आया, जिसके बाद उन्होंने अपना कोरोना का टेस्ट कराया। वह पाजिटिव आ गई। पांच दिन के बाद पति धर्मवीर सिंह का कोरोना टेस्ट कराया तो उनकी भी रिपोर्ट पाजिटिव आ गई, जिसके बाद दोनों ने घर में रहकर उपचार लेने का निर्णय लिया। दोनों ने खुद को होम आइसोलेट कर लिया। घर पर रहकर उन्होंने डाक्टर की सलाह से दवाई ली। गिलोए का पानी, अदरक, तुलसी का काढ़ा, गर्म पानी आदि उपचार भी घर पर किया। डा. वर्तिका ढिल्लन का कहना है कि लोगों को घर पर रहकर ही उपचार लेना चाहिए। अस्पताल में उस समय जाना चाहिए, जब सांस लेने में परेशानी आ रही हो या अन्य कोई बड़ी समस्या आ रही है।


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