श्री राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए नानौता क्षेत्र से भेजी अयोध्या मिट्टी
अयोध्या में आगामी पांच अगस्त को होने वाले भव्य श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन में नानौता व क्षेत्र की पवित्र रज(मिट्टी) का भी इस्तेमाल किया जाएगा। रविवार को नानौता नगर के संघ बौद्धिक प्रमुख अनुज रोहिल्ला के नेतृत्व में नगर के सभी संघ कार्यकर्ताओं द्वारा श्री राम जन्मभूमि मंदिर की नींव के लिए नानौता के प्राचीन सिद्ध पीठ श्री हनुमान मंदिर की रज के साथ-साथ नगर एवं क्षेत्र के पवित्र धार्मिक स्थल श्री गुरुद्वारा साहिब श्री जैन मंदिर श्री बाल्मीकि मंदिर जम्मू गढ़ स्थित श्री रविदास मंदिर और श्री शिव मंदिर के साथ-साथ क्षेत्र के ऐतिहासिक पांडव कालीन शिव मंदिर बरसी की भी पवित्र रज (मिट्टी)कलश में भरकर श्री राम मंदिर की नींव के लिए अयोध्या नगरी भेजी गई।
सहारनपुर, जेएनएन। अयोध्या में आगामी पांच अगस्त को होने वाले भव्य श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन में नानौता व क्षेत्र की पवित्र रज(मिट्टी) का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
रविवार को नानौता नगर के संघ बौद्धिक प्रमुख अनुज रोहिल्ला के नेतृत्व में नगर के सभी संघ कार्यकर्ताओं द्वारा श्री राम जन्मभूमि मंदिर की नींव के लिए नानौता के प्राचीन सिद्ध पीठ श्री हनुमान मंदिर की रज के साथ-साथ नगर एवं क्षेत्र के पवित्र धार्मिक स्थल श्री गुरुद्वारा साहिब, श्री जैन मंदिर, श्री बाल्मीकि मंदिर, जम्मू गढ़ स्थित श्री रविदास मंदिर और श्री शिव मंदिर के साथ-साथ क्षेत्र के ऐतिहासिक पांडव कालीन शिव मंदिर बरसी की भी पवित्र रज (मिट्टी)कलश में भरकर श्री राम मंदिर की नींव के लिए अयोध्या नगरी भेजी गई।
इस अवसर पर नगर के गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथी हरेंद्र सिंह ने गुरुद्वारे की रज संघ कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा कि यह सिक्ख समाज के लिए बड़ा भावुक क्षण है कि गुरुद्वारे की मिट्टी भगवान राम के भव्य मंदिर की नींव में प्रयोग की जाएगी।
जम्मू गाड़ी स्थित सतगुरु समनदास चैरिटेबल ट्रस्ट के संरक्षक बाबा ऋषि पाल दास ने भी हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु रविदास मंदिर की मिट्टी भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण में लगेगी ये समस्त रविदास समाज के लिए हर्ष एवं गौरव का विषय है।
धार्मिक स्थलों से रज (मिट्टी) एकत्रित करने वालों में नगर संघ चालक कुलदीप नामदेव, नगर कार्यवाह सतीश जैन, सरसंघ चालक प्रमोद वैध, घनश्याम गुप्ता, राजकुमार उपाध्याय,नरेंद्र, विजेंद्र रुहेला, विजेंद्र सैनी, मास्टर सतपाल सिंह, तिरपाल, डॉक्टर विकास गर्ग और नीरज आदि मुख्य रहे।