कचहरी पुल के नीचे सुरंग बना डाली जाएगी सीवर लाइन
कचहरी पुल पर आवागमन शुरू होने के बाद सुरंग बनाकर सीवर लाइन डाली जाएगी। 560 मीटर लंबी सीवर लाइन डालने पर दो करोड़ से अधिक खर्च होने का अनुमान है।
सहारनपुर, जेएनएन। कचहरी पुल पर आवागमन शुरू होने के बाद सुरंग बनाकर सीवर लाइन डाली जाएगी। 560 मीटर लंबी सीवर लाइन डालने पर दो करोड़ से अधिक खर्च होने का अनुमान है। दरअसल पुरानी सीवर लाइन का एक बड़ा हिस्सा फ्रेड कारिडोर रेल लाइन के लिए चिह्नित भूमि के नीचे से गुजर रहा है, और इसीलिए नई सीवर लाइन डालने की कार्ययोजना पर काम शुरू कराया गया है। पुरानी लाइन को बाद में भरने का काम किया जाएगा।
कचहरी पुल के नीचे से फ्रेट कारिडोर रेल लाइन बिछाने के लिए पुल को 15 फरवरी से बंद किया गया था। लाइन का निर्माण करने वाली कंपनी एलएंडटी ने दो माह में पुल को यातायात के लिए खोलने की समय सीमा तय की थी। कंपनी में 57 दिन में ही काम पूरा कर सोमवार शाम को पुल पर आवागमन सुचारू करा दिया। पुल पर यातायात शुरू होने से शहर के लोगों को बड़ी राहत मिली है। दूसरे चरण में अब कंपनी ने कचहरी पुल के नीचे से सुरंग बनाकर सीवर लाइन डालने का काम शुरू कराया है। 560 मीटर लंबी सीवर लाइन पर दो करोड़ से अधिक खर्च होने का अनुमान है।
पुल के नीचे से बनेगी सुरंग
सीवर लाइन के लिए सुरंग बनाने के दौरान पुल को बंद नहीं किया जाएगा। करीब 70 इंच ऊंचाई के पाइप से मशीनों द्वारा सुरंग बनाने का काम किया जाएगा। यह पाइप भूमि की मौजूदा सतह से 11 फुट से अधिक गहराई पर डाला जाएगा। कंपनी अधिकारियों के अनुसार सुरंग बनाने का काम सुरक्षा मापदंडों को ध्यान में रखते हुए तकनीकी विशेषज्ञों की निगरानी में होगा। रेलवे इंस्टीट्यूट से ढमोला नदी के पुल तक करीब 560 मीटर लाइन डाली जाएगी। लाइन को डालने में करीब दो माह का समय लगेगा। फ्रेट कारिडोर के नीचे पुरानी लाइन
फ्रेट कारिडोर के लिए चिन्हित की गई भूमि के नीचे से पुरानी सीवर लाइन गुजर रही है। रेल लाइन बिछाए जाने के बाद पुरानी सीवर लाइन को कंपनी द्वारा भर दिया जाएगा। नई सीवर लाइन में कई स्थानों पर बड़े चेंबर भी बनाए जाएंगे, ताकि लाइन की सफाई का काम समय-समय पर चरणबद्ध ढंग से कराया जा सके।
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इनका कहना है
बड़ी सीवर लाइन डालने का काम शुरू करा दिया गया है। यह काम करीब दो माह में पूरा कर लिया जाएगा।
-डा. रमन चौधरी, प्रोजेक्ट हैड एलएंडटी।