नहीं बदला शेड्यूल, 24 घंटे शहर में, 22 घंटे तहसीलों में बिजली सप्लाई
अक्सर गर्मी के दिनों में बिजली की समस्या पैदा हो जाती है जिसका कारण अधिक लोड होना होता है। लोड अधिक होने के कारण फाल्ट होते हैं जिसके बाद बिजली को काट दिया जाता है लेकिन सहारनपुर जिले में इसकी कोई समस्या नहीं है। अधीक्षण अभियंता पंकज की माने तो शहर में 24 घंटे बिजली आपूर्ति दी जा रही है। तहसीलों में 22 घंटे दी जा रही है। वहीं बाकी गांवों में 18 घंटे बिजली प्रदेश सरकार के अनुसार सप्लाई की जा रही है।
सहारनपुर, जेएनएन। अक्सर गर्मी के दिनों में बिजली की समस्या पैदा हो जाती है, जिसका कारण अधिक लोड होना होता है। लोड अधिक होने के कारण फाल्ट होते हैं, जिसके बाद बिजली को काट दिया जाता है, लेकिन सहारनपुर जिले में इसकी कोई समस्या नहीं है। अधीक्षण अभियंता पंकज की माने तो शहर में 24 घंटे बिजली आपूर्ति दी जा रही है। तहसीलों में 22 घंटे दी जा रही है। वहीं, बाकी गांवों में 18 घंटे बिजली प्रदेश सरकार के अनुसार सप्लाई की जा रही है।
अधीक्षक अभियंता पंकज कुमार ने बताया कि साल के 31 मार्च के बाद बिजली का शेड्यूल बदल जाता है, लेकिन इस बार बिजली का शेड्यूल नहीं बदला है। पूरे जिले में बिजली आपूर्ति बिना किसी बाधा के की जा रही है। वहीं, उनका कहना है कि पिछले एक साल में उनके पास पूरे जिले से ट्रांसफार्मर की कोई समस्या नहीं आई है। गांवों से किसानों के नलकूप के ट्रांसफार्मर की समस्या इक्का-दुक्का आई थी, जिन्हें 24 घंटे के अंदर निस्तारण करके खत्म कर दिया गया। हालांकि अधीक्षण अभियंता का कहना है कि जिस बिजलीघर में कोई फाल्ट या फिर समस्या पैदा हो जाती है। वहां की बिजली तीन से चार घंटे के लिए काटनी पड़ती है, ताकि समस्या को इंजीनियर दूर कर सकें। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि पंचायत चुनाव में गांवों में 18 घंटे बिजली देने के आदेश हैं। अधिकतर गांवों में रात को नौ बजे बिजली की आपूर्ति कर दी जाती है, जो सुबह के नौ बजे तक ही रहती है। शेड्यूल के बारे में अधीक्षण अभियंता ने बताया कि अभी शेड्यूल बदलने की कोई चर्चा नहीं है। पुराने ही शेड्यूल के आधार पर बिजली आपूर्ति की जाएगी।