राकेश टिकैत के खिलाफ ब्राह्मण समाज में रोष, नारेबाजी
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत द्वारा की गई टिप्पणी से नाराज ब्राह्मण समाज ने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डिप्टी कलक्टर को देते हुए ब्राह्मण समाज ने मांग की कि ऐसा कोई कानून बनाया जाए जिससे कोई भी ब्राह्मण समाज के प्रति अपमानजनक एवं अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल ना कर सके।
सहारनपुर, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत द्वारा की गई टिप्पणी से नाराज ब्राह्मण समाज ने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डिप्टी कलक्टर को देते हुए ब्राह्मण समाज ने मांग की कि ऐसा कोई कानून बनाया जाए, जिससे कोई भी ब्राह्मण समाज के प्रति अपमानजनक एवं अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल ना कर सके।
दिल्ली बार्डर पर चल रहे आंदोलन के दौरान तीन दिन पूर्व भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने ब्राह्मण समाज के प्रति कुछ अशोभनीय टिप्पणी कर दी थी। उनकी टिप्पणी के बाद से समाज में रोष व दुख है। सोमवार को बड़ी संख्या ब्राह्मण समाज के लोगों ने हकीकतनगर स्थित धरना स्थल पर एकत्र हो धरना दिया। धरने पर पहुंचे पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा ने कहा कि आज यह देखने में आ रहा है कि जो जिसका मन आए वह ब्राह्मण समाज के प्रति अभद्र टिप्पणी सोशल मीडिया व अपनी सभाओ में कर रहा है। ब्राह्मण समाज अब इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। डा. सुनील शांडिल्य ने कहा कि तीन दिन पूर्व जिस तरह दिल्ली में सार्वजनिक सभा के दौरान राकेश टिकैत ने ब्राहम्ण समाज को लेकर टिप्पणी की है कि उससे समाज में रोष व दुख है। उन्होंने कहा कि सभी मंदिर व मठ ट्रस्ट के अधीन हैं, ब्राह्मण केवल वहां पर जीविकोपार्जन के लिए वेतनभोगी के रूप में कार्य कर रहे हैं। इसलिए ऐसा कानून बनाया जाए, जिससे कोई भी ब्राह्मण समाज समाज के प्रति अपमानजनक व अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल न कर सके। यदि कोई करता है तो उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए।
धरने के उपरांत ब्राह्मण समाज के लोग नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे और डिप्टी कलक्टर पूरण सिंह राणा को ज्ञापन दिया। इस मौके पर पंडित अभिषेक कृष्णात्रेय, पंडित राघवेंद्र शास्त्री, पंडित आनंद शर्मा, राहुल शर्मा, मुकेश दीक्षित, कमल नयन वेदपाठी, संजीव शास्त्री, आचार्य अजय किरण नंदन, आचार्य सुभाष, धर्मेंद्र दीक्षित, योगेश गानियाल आदि मौजूद रहे। इस संबंध में राकेश टिकैत का पक्ष लेने का प्रयास किया, उनका मोबाइल नहीं उठ पाया।