जिन रास्तों से गुजरे थे राजीव, प्रियंका ने उसी पर किया रोड-शो
ये बात उस दौर की है कि जब राजीव गांधी ने 1984 में रोड-शो कर कांग्रेस को सहारनपुर से विजय दिलाई थी। 34 वर्ष बाद मंगलवार को उनकी बिटिया प्रियंका गांधी वाड्रा का रोड-शो उसी मार्ग से निकला जिस पर उनके पापा ने रोड-शो के दौरान जन-जन का दिल जीता था।
संजीव गुप्ता, सहारनपुर
ये बात उस दौर की है कि जब राजीव गांधी ने 1984 में रोड-शो कर कांग्रेस को सहारनपुर से विजय दिलाई थी। 34 वर्ष बाद मंगलवार को उनकी बिटिया प्रियंका गांधी वाड्रा का रोड-शो उसी मार्ग से निकला, जिस पर उनके पापा ने रोड-शो के दौरान जन-जन का दिल जीता था। राजीव गांधी को देखने का जुनून लोगों के सिर चढ़कर बोला था। प्रियंका के रोड-शो ने यादों को ताजा कर दिया।
मान्यता है कि इतिहास खुद को दोहराता है, लेकिन दूसरे रूप में। सोमवार को मौसम की खराबी के कारण कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहारनपुर की प्रस्तावित रैली में नहीं पहुंच सके थे। रैली में राहुल-प्रियंका को देखने और सुनने के लिए पहुंचे लोग निराश होकर घर लौटे थे। एकाएक सोमवार शाम आयोजकों ने मंगलवार को रोड-शो में प्रियंका के शामिल होने का प्रचार आरंभ किया था। रोड-शो के लिए गोल कोठी से रेंच के पुल तक मार्ग तय किया गया। यह वहीं मार्ग था जिस पर राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले दिसंबर, 1984 में सहारनपुर लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी चौ. यशपाल सिंह के समर्थन में रोड-शो किया था। गांधी पार्क से आरंभ हुआ रोड-शो अंबाला रोड से होकर कुतुबशेर थाने के सामने वाली सड़क से रेंच का पुल, पुल कंबोहान, पुरानी थाना मंडी व मुस्लिम बहुल क्षेत्रों से होकर रायवाला, जैन बाग, चिलकाना रोड से होकर चिलकाना तक गया था। इस चुनाव में यशपाल सिंह ने लोकदल के रशीद मसूद को हराया था। यह बाद दीगर है कि इसके बाद कांग्रेस को इस सीट पर आज तक विजयश्री नसीब नहीं हुई।
प्रियंका का रोड-शो मंगलवार को गोल कोठी से रेंच के पुल तक निकला। कांग्रेस महासचिव को देखने के लिए लोग उमड़ पड़े। इनमें ज्यादा संख्या ऐसे युवाओं की थी, जिन्होंने शायद राजीव गांधी का रोड नही देखा होगा। राहुल-प्रियंका जिदाबाद के नारों से पूरा मार्ग गूंज रहा था। 1984 में सहानपुर से कांग्रेस के विधायक रहे सुरेंद्र कपिल बताते है कि राजीव गांधी के रोड-शो के दौरान वह उनके साथ रहे थे। कई स्थानों पर उन्होंने नुक्कड़ सभाओं को भी संबोधित किया था। मदनपुरी निवासी रहे नीरज वालिया बताते हैं कि राजीव गांधी का रोड शो उन्होंने देखा था। उस समय वह 10वीं का ट्यूशन पढ़ने जा रहे थे। रास्ते में जैसे ही राजीव गांधी का रोड-शो में होने की जानकारी मिली तो ट्यूशन बंक कर गए थे।